शाहजहांपुर में शर्ट लेकर निकली बच्ची बाेली- बहुत याद आती है पापा, आ जाओ अब जिद नहीं करूंगी, जानिए आगे क्या हुआ
शाहजहांपुर में कोविड संक्रमण से बेहसरा बच्चे घर परिवार का हाथ बंटाने लगे हैं। बुधवार को ऐसी ही एक नन्हीं परी फुटपाथ पर पिता की बनाई शर्ट बिक्री करते दिखी। इंटरनेट मीडिया पर उसकी खबर वायरल हुई। इसके बाद जिम्मेदार जागे।
बरेली, जेएनएन। शाहजहांपुर में कोविड संक्रमण से बेहसरा बच्चे घर परिवार का हाथ बंटाने लगे हैं। बुधवार को ऐसी ही एक नन्हीं परी फुटपाथ पर पिता की बनाई शर्ट बिक्री करते दिखी। इंटरनेट मीडिया पर उसकी खबर वायरल हुई। इसके बाद जिम्मेदार जागे। महिला शक्ति केंद्र की समन्वयक अमृता दीक्षित नन्हीं परी के घर पहुंची। उसका मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में मदद के लिए फार्म भरवाया। इस दौरान उन्होंने बच्ची से बात की।
दरअसल खिरनी बाग निवासी प्रदीप कुमार सक्सेना सिलाई करके जीविकोपार्जन कर रहे थे। मई माह में कोविड संक्रमण से मौत हो गई। इससे रोजी रोटी का जरिया बंद हो गया। रोज यही कहती बहुत याद आती है पापा आ जाओ अब जिद नहीं करूंगी। उसके पापा की बनाई कुछ शर्ट घर में रखी थी। बुधवार को कक्षा छह में पढ रही बच्ची पिता के हाथों से बनी शर्ट बिक्री के लिए बाजार में पहुंच गई।
मजबूर व लाचार बेटी का जज्बा देख लोगों ने तस्वीर को इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। कुछ लोग बच्ची के घर गए। बच्ची विधवा मां व उसके बाबा दादी की जिसने दशा देखी द्रवित हो गया। महिला शक्ति केंद्र की अमृता दीक्षित ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में मदद के लिए फार्म भरवाया। कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट होने पर उन्होंने बताया कि चार हजार रुपये मासिक मदद के साथ पढ़ाई में भी मदद की जाएगी।