Baankhana Firing Case : बरेली में थाने के मेहमान तीन तमंचे वाले दो बदमाश, तीसरे दिन भी नहीं की कार्रवाई
Baankhana Firing Case प्रेमनगर थाने में तमंचे लेकर बदमाश बैठे हुए हैं। हैरत की बात यह है कि बदमाश दो हैं और तमंचे तीन। यह कोई कहानी-किस्सा नहीं बल्कि हकीकत है। बानखाने में चलती कार से फायरिंग करने वालाें के खिलाफ पुलिस ने तीसरे दिन भी कार्रवाई नहीं की।
बरेली, जेएनएन। Baankhana Firimg Case : प्रेमनगर थाने में तमंचे लेकर बदमाश बैठे हुए हैं। हैरत की बात यह है कि बदमाश दो हैं और तमंचे तीन। यह कोई कहानी-किस्सा नहीं बल्कि हकीकत है। बानखाने में चलती कार से अंधाधुंध फायरिंग कर उत्पात मचाने वाले बदमाशों के खिलाफ पुलिस ने तीसरे दिन भी कोई कार्रवाई नहीं की। तर्क है कि तीसरे बदमाश को ढूंढा जा रहा है। इधर, पकड़े गए गाड़ी चालक को बेकसूर बताते हुए मुचलके पर थाने से ही छोड़ दिया गया।
चलती कार से की थी फायरिंग
किला चौधरी तालाब निवासी मो. हुसैन उर्फ भोला घोसी, चाहबाई निवासी आशीष शर्मा व उसका एक अन्य साथी बानखान निवासी बिलाल मंगलवार को पीलीभीत स्थित चूका बीच घूमने गए थे। तीनों ने मिलकर किराये पर गाड़ी की। गाड़ी सौ फुटा निवासी ड्राइवर अमित चला रहा था। मंगलवार देरराात बदमाश जब बानखाने पहुंचे तो मौज-मौज में दहशत फैलाई। चलती कार से चार राउंड अंधाधुंध फायरिंग की।
हत्या के मामले में जेल जा चुके है बदमाश
तीनों बदमाशों के हाथों में एक-एक तमंचा था। राहगीर ने पुलिस को सूचना दी। मो. हुसैन उर्फ भोला घोसी, चाहबाई निवासी आशीष शर्मा व ड्राइवर अमित पकड़ लिया गया जबकि बिलाल भाग गया। तीन तमंचे बरामद हुए। गाड़ी पकड़ी गई। पूछताछ में सामने आया कि मो. हुसैन उर्फ भोला घोसी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज है। वर्ष 2008 में हत्या के मामले में वह जेल जा चुका है। जबकि आशीष शर्मा वर्ष 2000 में हत्या के मामले में जेल जा चुका है।
विभागीय काम से लखनऊ गया था। लिहाजा, पूरे प्रकरण के बारे में जानकारी नहीं है। जानकारी कर आरोपितों पर हर हाल में कार्रवाई कराई जाएगी।- यतींद्र सिंह नागर, सीओ, प्रथम