उड्डयन मंत्री नंद गोपाल बोले- बरेली एयरपोर्ट के लिए सीएम ने लिखा वायुसेना को पत्र, त्रिशूल एयरबेस के एप्रेन पर अटकी मुंबई-बेंगलुरू तक की उड़ान
मुंबई और बेंगलुरू की उड़ान के लिए इंडिगो एयरलाइन की एयरबस त्रिशूल एयरबेस में उतरने के बाद बरेली एयरपोर्ट के टर्मिनल तक नहीं आएगी। एयरबेस के एप्रेन पर ही खड़ी रहेगी। शटल में यात्रियों को एयरबेस तक पहुंचाया जाएगा। इंडिगो एयरलाइन के इस प्रस्ताव पर वायुसेना को आपत्ति है।
बरेली, जेएनएन। मुंबई और बेंगलुरू की उड़ान के लिए इंडिगो एयरलाइन की एयरबस त्रिशूल एयरबेस में उतरने के बाद बरेली एयरपोर्ट के टर्मिनल तक नहीं आएगी। एयरबेस के एप्रेन पर ही खड़ी रहेगी। शटल में यात्रियों को एयरबेस तक पहुंचाया जाएगा। इंडिगो एयरलाइन के इस प्रस्ताव पर वायुसेना को आपत्ति है। वायुसेना अपने एप्रेन को इस्तेमाल करने की इजाजत रक्षामंत्रालय की अनुमति के बाद ही दे सकती है। यही वजह है कि लंबी दूरी की उड़ान फिलहाल अटकी हुई है।
मौजूदा समय में बरेली-दिल्ली रूट पर उड़ान भरने वाला एलायंस एयर का एटीआर-72 त्रिशूल एयरबेस के रनवे पर उतरने के बाद बाउंड्री को पार करने के बाद चलता हुआ। टर्मिनल पर बने एप्रेन पर आता है। यहां यात्रियों का एराइवल तक पैदल आना होता है। चूंकि इंडिगो मुंबई और बेंगलुरू के लिए एयरबस का संचालन करना चाहती है। इसलिए हाल में आई इंडिगो की तकनीकी टीम ने बरेली एयरपोर्ट के टर्मिनल में बदलाव के सुझाव दिए थे। क्योंकि इसका निर्माण एटीआर-72 के संचालन लायक किया गया था। यहां एयरबस के चलकर आने और टर्न होने की जगह कम है।
उड्डयन मंत्रालय से प्रस्तावित शेड्यूल के मुताबिक बरेली एयरपोर्ट से 29 अप्रैल को मुंबई के लिए उड़ान इंडिगो को देनी थी। बेंगलुरु के लिए पहली मई से उड़ान मिलनी थी। एनओसी नहीं मिलने से प्रस्तावित शेड्यूल 14 जून के लिए जारी हुआ। इंडिगो प्रयागराज, लखनऊ के रूट पर एयरबस के जरिए उड़ान दे रही है। अधिकारियों के मुताबिक बरेली में भी एयरबस के जरिये ही यात्रियों को लंबे और आरामदायक सफर देना चाहती है।
हम जल्द एनओसी दिलाने के लिए प्रयास कर रहे है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बरेली एयरपोर्ट के लिए चिट्ठी लिखी है। वायुसेना की बाउंड्रीवाल के अंदर शटल में बैठकर यात्री एयरबस तक जाएंगे। - नंद गोपाल गुप्ता उर्फ नंदी, उड्डयन मंत्री
अभी एटीआर वायुसेना के बेस की बाउंड्री के अंदर उतरकर चलता हुआ। बाहर हमारे टर्मिनल तक आता है। इंडिगो अपनी एयरबस को अंदर ही खड़ा रखना चाहती है। यात्रियों को वहां तक पहुंचाने के लिए वायुसेना की अनुमति चाहिए। - राजीव कुलश्रेष्ठ, डायरेक्टर एयरपोर्ट अथारिटी