Attack on Judge : कौशांबी में जज पर हुए हमले के बरेली से जुड़े तार, जज को भेजा था परिवार सहित मारने का धमकी भरा पत्र

Attack on Judge झारखंड में जज की हत्या के बाद न्यायिक व्यवस्था पर हमले की चर्चा उठी ही थी कि सामने आया कि बरेली में तैनाती के दौरान जिस जज को परिवार सहित मारने का धमकी भरा पत्र भेजा गया था।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 08:41 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 08:41 AM (IST)
Attack on Judge : कौशांबी में जज पर हुए हमले के बरेली से जुड़े तार, जज को भेजा था परिवार सहित मारने का धमकी भरा पत्र
Attack on Judge : कौशांबी में जज पर हुए हमले के बरेली से जुड़े तार

बरेली, जेएनएन। Attack on Judge : झारखंड में जज की हत्या के बाद न्यायिक व्यवस्था पर हमले की चर्चा उठी ही थी कि सामने आया कि बरेली में तैनाती के दौरान जिस जज को परिवार सहित मारने का धमकी भरा पत्र भेजा गया था। गुरुवार को कौशांबी के कोखराज में उन्हीं जज पर सड़क हादसे के जरिए हमले की कोशिश की गई। जिसमे उनका गनर जख्मी हो गया। धमकी देने वाले के बारे में कोतवाली पुलिस जानकारी ही नहीं जुटा सकी और शांत बैठ गई। कौशांबी की घटना के बरेली से ही तार जुड़े होने की बात सामने आ रही है।

बरेली में तैनाती के दौरान भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट के स्पेशल जज रहे मोहम्मद अहमद खान को 14 दिसंबर 2020 को धमकी मिली थी। धमकी देने वाले ने खुद का नाम फहीम पाकिस्तानी बताया था। पोस्ट के जरिए भेजे गए पत्र में लिखा गया कि अगर जेल में बंद चुन्नीलाल को जमानत नहीं दी तो जज को पूरे परिवार सहित मार दिया जाएगा। लिखा कि तुम जहां रहते हो उस जगह की रेकी कर ली है। कब घर से निकलते हो और कब घर में घुसते हो सब खबर है। मकान के कितने दरवाजे हैं और कितनी खिड़की सब हमें मालूम है।

स्पेशल जज मोहम्मद अहमद खान ने इस मामले की शिकायत हाईकोर्ट व पुलिस के उच्चाधिकारियों से की थी। तब कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ था। जज के आवास की सुरक्षा बढ़ा दो गनर तैनात कर दिये गये थे। घटना के बाद स्पेशल जज ने धमकी के मद्देनजर चुन्नीलाल की जमानत अर्जी पर सुनवाई करने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा कि फाइल किसी दूसरे न्यायालय में ट्रांसफर कर दी जाए। बाद में फाइल ट्रांसफर न होने के कारण जज ने जमानत अर्जी पर खुद सुनवाई की और जमानत खारिज कर दी। बाद में हाईकोर्ट ने चुन्नीलाल की जमानत मंजूर कर ली।

चुन्नीलाल तब से बाहर है। इधर, जांच में सामने आया कि जिस फहीम पाकिस्तानी नाम के व्यक्ति से जज को धमकी भरा पत्र भेजा गया था वह 2012 में रामपुर में मुठभेड़ में मारा जा चुका है। वह रामपुर शहर कोतवाली के घेर मर्दान खां का रहने वाला था। रामपुर के बड़े बदमाशों में उसकी गिनती होती थी। अब कौशांबी में जज पर हमले के बाद बरेली के वकील और न्यायिक कर्मचारी इस दुर्घटना को बरेली के घटनाक्रम से जोड़कर देख रहे हैं। मोहम्म्द अहमद खान वर्तमान में फतेहपुर के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के पद पर तैनात हैं।

प्रकरण गंभीर है। विवेचक से इस मामले में पूरी रिपोर्ट तलब की गई है। रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।- यतींद्र सिंह नागर, सीओ प्रथम

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