आसिफ लिखता था चोरी की स्क्रिप्ट, वारदात से पहले करता था रेकी

फतेहगंज पश्चिमी में मो. अहमद अंसारी की बिल्डिंग मैटेरियल की टाल से लोहे के गर्डर चोरी की वारदात का सोमवार को राजफाश हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 05:18 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 05:18 AM (IST)
आसिफ लिखता था चोरी की स्क्रिप्ट, वारदात से पहले करता था रेकी
आसिफ लिखता था चोरी की स्क्रिप्ट, वारदात से पहले करता था रेकी

बरेली, जेएनएन : फतेहगंज पश्चिमी में मो. अहमद अंसारी की बिल्डिंग मैटेरियल की टाल से लोहे के गर्डर चोरी की वारदात का सोमवार को राजफाश हो गया। पांच लोगों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया था जबकि कबाड़ी का काम करने वाला छठा व्यक्ति उसे खरीदता था। सभी को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है।

घटना आठ फरवरी की है। धंतिया के मो. अहमद अंसारी की टाल से लोहे के गर्डर चोरी हुए थे। मुख्य आरोपित आसिफ पुलिस के हत्थे चढ़ा तो पूरी घटना का राजफाश हुआ। उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर के पुलभट्टा थानाक्षेत्र के सिरोला कलां निवासी आसिफ ने कुबूला कि वह घटना से पहले से घटनास्थल की बारीकी से रेकी करता। इसके बाद बारादरी के जोगीनवादा के अजीम अली, इज्जतनगर के पीरबहोड़ा के जफर अली व सलीम अली तथा हाफिजगंज के सेंथल निवासी इब्ने अली के साथ मिलकर वारदात को को अंजाम देता था। चोरी का यह सामान उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर के किच्छा थाने के रजानगर के रहने वाले मो. शाकिर को बेचा जाता। पुलिस ने आरोपितों के पास से चोरी किए गए लोहे के 125 गर्डर, तमंचा व घटना में प्रयुक्त की गई कैंटर गाड़ी बरामद कर ली है। एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि चोरी का सामान जिस गाड़ी से उत्तराखंड ले जाया गया, वह गाड़ी आसिफ ही उत्तराखंड से लेकर आया था। चूंकि, आसिफ काफी समय पहले बरेली रह चुका है, इससे यहां के आरोपितों से उसका संपर्क हुआ।

पहले कटवाता था बेशकीमती पेड़, पिता भी है चोर

पुलिस के मुताबिक, आसिफ पहले चोरी-छिपे बेशकीमती पेड़ कटवाकर बेचता था। लकड़ी चोरी में वांछित हुआ तो उसने काम बदल लिया और उत्तरांखड से गिरोह संचालित करने लगा। आसिफ का पिता दिलावर शाह उर्फ शाबिर अली भी चोर है। वह भी कई बार पकड़ा जा चुका है।

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