विद्या परिषद की बैठक में एनईपी के महत्वपूर्ण विषयों पर दिए गए अनुमोदन. सीबीसीएस सिस्टम पर हुई चर्चा
Rohilkhand University Academic Council राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिपेक्ष्य में नवीन पाठ्यक्रमों परीक्षा प्रवेश च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) क्रेडिट बेस सिस्टम आदि महत्वपूर्ण विषयों पर शुक्रवार को विश्वविद्यालय में विद्या परिषद की बैठक में चर्चा हुई।
बरेली, जेएनएन। Rohilkhand University Academic Council : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिपेक्ष्य में नवीन पाठ्यक्रमों, परीक्षा, प्रवेश, च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस), क्रेडिट बेस सिस्टम आदि महत्वपूर्ण विषयों पर शुक्रवार को विश्वविद्यालय में विद्या परिषद की बैठक में चर्चा हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रो. केपी सिंह ने करते हुए शिक्षकों से आह्वान किया कि वह शिक्षा नीति के तहत नए पाठ्यक्रमों के लिए अपने महत्वपूर्ण सुझाव, पाठ्यक्रम आदि सीधे विश्वविद्यालय को प्रेषित करने को कहा। बैठक में 22 मार्च 2021 की कार्यवृत्त की पुष्टि कि गई।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत बोर्ड आफ स्टडीज द्वारा विषयवार तैयार किए गए पाठ्यक्रमों का अनुमोदन किया गया। साथ ही सेंटर आफ एक्सीलेंस फार मल्टीलिगल स्टडीज के संबंध में तैयार किए गए पाठ्यक्रम एवं अध्यादेश के अनुमोदन किए जाने पर विचार किया गया और सहमति दी गई। बैठक में प्रबंधन संकाय द्वारा बीबीए त्रिवर्षीय पाठ्यक्रम, स्नातक प्रथम वर्ष में सीबीसीएस एवं अन्य बिंदुओं के संबंध में कुलपति द्वारा गठित कमेटी द्वारा तैयार अध्यादेश पर सहमति दी गई।
स्नातक प्रथम वर्ष में प्रथम चार सेमेस्टर में तीन क्रेडिट के तैयार वोकेशनल पाठ्यक्रमों के अनुमोदन पर विचार किया गया। बैठक में नवीन संस्कृत पाठ्यक्रम में बीए द्वितीय वर्ष तृतीय सेमेस्टर के प्रथम भाग की इकाई में अभिज्ञान शकुंतलम नाटक के स्थान पर विशाखादत्त विरचित मुद्राराक्षसम को शामिल किए जाने या दोनों विकल्पों को उपलब्ध कराने के संबंध में आचार्य डा. सुमेधा अमरोहा के प्रस्ताव पर विचार कर अनुमोदन दिया गया।
विवि में डीआरडीओ एवं एआइसीटीई द्वारा संस्तुत एमटेक (डिफेंस टेक्नोलाजी) को विवि में प्रारंभ करने का अनुमोदन दिया गया। बैठक में कुलसचिव डा. राजीव कुमार, प्रो. एसके पांडेय, प्रो. संजय मिश्रा, प्रो. पीबी सिंह, प्रो. बृजेश त्रिपाठी, प्रो. रश्मि अग्रवाल, डा. ज्योति पांडेय, बरेली कालेज के प्राचार्य डा. अनुराग मोहन, डा. स्वदेश सिंह आदि शिक्षक आनलाइन जुड़े।