हज यात्रा में घटी आवेदकों की संख्या, इस बार 60 हजार किए गए आवेदन

मजहब ए इस्लाम के पांच बुनियादी और अहम रुक्न में तौहीद नमाज रोजा जकात के साथ ही हज भी शामिल है। हर साल देश भर से हज यात्रा पर जाने वालों की संख्या काफी अधिक रहती है। यात्रा पर जाने को आवेदन करने वालों की संख्या काफी कम रही है।

By Sant ShuklaEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 01:03 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 01:03 PM (IST)
हज यात्रा में घटी आवेदकों की संख्या, इस बार 60 हजार किए गए आवेदन
इस बार हज यात्रा को जाने के इच्छुक बहुत कम लोगों ने इजाजत मांगी है।

 बरेली, जेएनएन।  मजहब ए इस्लाम के पांच बुनियादी और अहम रुक्न में तौहीद, नमाज, रोजा, जकात के साथ ही हज भी शामिल है। हर साल देश भर से हज यात्रा पर जाने वालों की संख्या काफी अधिक रहती है। इस साल हज यात्रा पर जाने को आवेदन करने वालों की संख्या काफी कम रही है। आवेदन करने की समय सीमा बढ़ाए जाने के बावजूद इस बार हज यात्रा को जाने के इच्छुक बहुत कम लोगों ने इजाजत मांगी है।

बरेली हज सेवा समिति के संस्थापक पम्मी खान वारसी ने बताया कि कोविड-19 और महंगी हज यात्रा होने के कारण इस वर्ष हज पर जाने वाले लोगों की संख्या कम हुई है। वर्ष 2021 की हज यात्रा के लिए पूरे देश से साठ हजार लोगों ने आवेदन किया है। उत्तर प्रदेश से लगभग 6,367 आजमीन ए हज ने फॉर्म भरा हैं। वहीं बरेली मंडल से लगभग 354 लोगों ने ही आवेदन किया हैं, जिसमें बरेली से 222, पीलीभीत से 41, बदायूं से 47, शाहजहांपुर से 44 हज यात्रियों ने ही हज यात्रा पर जाने की इच्छा जाहिर की है।

एक माह बढ़ाई थी आवेदन की तारीख 

2021 की हज यात्रा के लिए आवेदन करने की शुरुआत सात नवंबर 2020 से की थी। इसकी अंतिम तारीख 10 दिसंबर 2020 तय की थी। हज कमेटी ऑफ इंडिया ने हज आवेदन की संख्या कम होने की वजह से फॉर्म भरने का समय एक महीना बढ़ाकर 10 जनवरी 2021 निर्धारित कर दिया था। बावजूद इसके आवेदनों की संख्या काफी कम रही है।

कड़े नियमों के चलते कम हुए आवेदन

बरेली हज सेवा समिति के प्रभारी मोहसिन इरशाद ने बताया कि हज आवेदकों की संख्या पिछले पचास सालों में सबसे कम है। 2020 में बरेली से 924 लोगों का हज के लिए चयन हुआ था, लेकिन कोविड-19 के चलते यात्रा रद कर दी गई। इस बार कड़े नियमों के कारण भी आवेदन कम हुए हैं। ग्रुप में जाने वाले आजमीन की तादात पांच से घटाकर तीन कर दी गई है। 18 वर्ष से कम आयु और 65 वर्ष से ज्यादा आयु के लोग यात्रा पर नहीं जा सकते। अपने मुल्क से हज पर जाने वाले करीब 60 फीसद आजमीन 65 वर्ष से अधिक उम्र के होते हैं। उप्र. से पिछले सालों में 30 हजार से लेकर 45 हजार हज फॉर्म भरे जाते थे। देश भर में करीब तीन से साढ़े तीन लाख आवेदन होते थे, जिसमें से करीब दो लाख लोग हर साल हज यात्रा करते थे।

 पिछले वर्षों में देश से हज यात्रा पर जाने वालों की संख्या 

2017 में 4,48,268

2018 में 3,55,604

2019 में 2,67,261

2020 में 2,13,726

2021 में 60,000 आवेदन

 बरेली से कब और कितने लोग हजयात्रा पर गए 

       वर्ष - आवेदन - यात्रा की

     2008 - 2538 - 2152

     2009 - 2259 - 1953

     2010 - 2193 - 1821

     2011 - 2030 - 1852

    2012 - 1905 - 1453 (हज नीति बनी)

    2013 - 1850 - 1850

    2014 - 2032 - 1473

    2015 - 2450 - 1241

   2016 - 2963 - 1003

   2017 - 2226 - 1094

   2018 - 1542 - 1379

   2019 - 1280 - 1072

   2020 - 924 - 00 (कोविड के चलते यात्रा रद)

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