बरेली के इस पुल पर भी हो सकता है शाहजहांपुर जैसा हादसा, उखड़ गए हैं एक्सपेंशन ज्वाइंट, रेलिंग भी टूटी
Dilapidated bridge in Bareilly शहर के किला पुल पर भी शाहजहांपुर के कोलाघाट जैसे हादसे का इंतजार अधिकारी कर रहे हैं। यहां शहर में बने वर्षों पुराने जर्जर किला पुल पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। इस पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
बरेली, जेएनएन। Dilapidated bridge in Bareilly : शहर के किला पुल पर भी शाहजहांपुर के कोलाघाट जैसे हादसे का इंतजार अधिकारी कर रहे हैं। यहां शहर में बने वर्षों पुराने जर्जर किला पुल पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। इस पर भी कभी बड़ा हादसा होने की आशंका बनी हुई है। पुल की मरम्मत नहीं कराई गई है। शासन से एस्टीमेट की स्वीकृति अब तक नहीं मिल पाई है।
दीवारें व रेलिंग टूटी, एक्सपेंशन ज्वाइंट उखड़ेः पुल जहां से शुरू हो रहा है और जहां खत्म, उसकी एप्रोच की दोनों ओर की दीवारें टूट चुकी है। आलम यह है कि दीवारों पर कई पेड़, झाड़ियां उग आई हैं। इसके साथ ही दोनों ओर की रेलिंग भी टूट चुकी है। किसी तरह तार से बांधकर उन्हें रोका गया है। पुल पर बने सभी एक्सपेंशन ज्वाइंट भी उखड़ गए हैं। उनके किनारों पर गड्ढे बन चुके हैं। इस पर वाहनों के चलने से यात्रियों को झटका लग रहा है।
जाम हुए बेयरिंग, दीवारों पर आ गई दरारेंः वर्षों पुराने पुल के बेरियर जाम हो चुके हैं। इस कारण पुल पर खतरा बन गया है। पुल के पिलर के ऊपर स्पैन को सपोर्ट देने के लिए बनाई दीवारों में भी कई जगह से दरारें आ गई हैं। पुल पर फुटपाथ के बराबर सड़क पहुंच गई है। इससे कोई भी वाहन अनियंत्रित होकर नीचे गिर सकता है। पुल की एप्रोच पर किला नदी के ठीक ऊपर से बड़ा छेद हो गया है। इसमें वाहनों के फंसने का खतरा बना है।
साल भर पहले सेतु निगम ने किया था सर्वेः सेतु निगम की लखनऊ की टीम ने करीब एक साल पहले पुल का निरीक्षण किया था। टीम ने पुल को जर्जर मानकर उसकी रिपोर्ट अधिकारियों को दी थी। शासन ने एक जिला एक पुल योजना के तहत इस पुल की मरम्मत के लिए सेतु निगम को अनुमति दी। इस पर सेतु निगम के मुख्यालय से करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार किया गया। यह अब तक पास नहीं हो पाया है।
डेढ़ साल पहले टूटे बहगुल नदी पुल का किसी को नहीं ख्याल : बरेली सीतापुर हाईवे पर करीब डेढ़ साल पहले बने बहगुल नदी के पुल के टूट जाने पर भी अभी तक उस पुल की मरम्मत नहीं की गई है। उस पर लगी बैरिकेडिंग भी कई बार वाहनों से टूट चुकी है। यहां कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। बरेली सीतापुर हाईवे पर पड़ने वाली बहगुल नदी के पुल को टूटे हुए करीब डेढ़ साल बीत चुका है। उसके बाद भी अधिकारी जागने को तैयार नहीं है।
कोई भी अधिकारी या रोड बनाने वाली कंपनी के द्वारा उस पुल की मरम्मत नहीं कराई है। ऐसा लग रहा है कि अधिकारी इस पुल के भी टूटने का इंतजार कर रहे हैं। क्योंकि इस पुल पर भी कई हादसे हो चुके हैं। बरेली सीतापुर हाईवे पर प्रतिदिन लगने वाला जाम इस पुल के कारण भी और भयंकर होता जाता है क्योंकि पुल के टूटने से फोरलेन में से सिर्फ तीन लाइनें ही हाईवे पर चल रही है। अब कोहरा पड़ना शुरू हो गया है। ऐसे में यह टूटा हुआ पुल और घातक हो गया है।