बदायूं में महिला के खाते से निकली गंगा एक्सप्रेस वे में मिली मुआवजा की धनराशि, अब नहीं हो रही सुनवाई
साइबर क्राइम लगातार बढता ही जा रहा है। अपराधी साधारण लोगों को भी अपना निशाना बनाने से नहीं चूक रहे हैं। इस बार एक बेवा को निशाना बनाकर उसके बैंक खाते से 2.49 लाख रुपये निकाल लिए हैं।
बरेली, जेएनएन। : साइबर क्राइम लगातार बढता ही जा रहा है। अपराधी साधारण लोगों को भी अपना निशाना बनाने से नहीं चूक रहे हैं। इस बार एक बेवा को निशाना बनाकर उसके बैंक खाते से 2.49 लाख रुपये निकाल लिए हैं। यह रकम उसको गंगा एक्सप्रेसवे में गई जमीन के एवज में मिले थे। इस धोखाधड़ी के बाद बेवा की फरियाद भी कोई सुनने को तैयार नहीं। अब तो लोगों को लगने लगा है, कि जब बैंक में भी पैसा सुरक्षित नहीं तो कहां जाएं।
विकास खंड क्षेत्र के गांव निनमा निवासी नन्हीं पत्नी स्वर्गीय खेमकरन की कुछ जमीन गंगा एक्सप्रेसवे की जद में आने के फलस्वरूप पांच अगस्त को 2.46 लाख रुपये उसके खाते में आए। खाते में रकम आने के बाद वह संतुष्ट हो गई। इसके बाद 25 अगस्त को ही उसके खाते में जमा रकम 24 बार में 10-10 हजार व एक बार में 9 हजार, कुल 2.49 लाख की रकम आहरित हो गई।
करीब दो माह पहले वह रकम निकलने बैंक गई तो खाते में रकम न होने की बात सुनकर वह हैरान रह गई। बैंक स्टेटमेंट निकलवाने के बाद उसको इस फ्राड के बारे में पता चला, तो वह बैंक मैनेजर से मिली। बैंक से उसको कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो महिला ने खाते से रुपये निकाले जाने की जानकारी से पुलिस व बैंक को लिखित में सूचित किया। यहां तक कि सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज कराई पर कहीं से भी कोई सुनवाई नहीं हुई।
ऐसे में वह अब कभी पुलिस थाना तो कभी बैंक का चक्कर काटने को विवश है। ऐसा करते महिला को दो माह का समय बीत गया पर फूटी कौड़ी नहीं मिली। लोगों का कहना है कि बैंक खातों से पैसे निकलने की घटना अब आम होती जा रही है। पर बैक अधिकारी हों या पुलिस ऐसे पीड़ितों की कोई मदद नहीं कर रहा। ऐसे कई केस लंबित पड़े हैं। साइबर क्राइम करने वालों का हौसला लगातार बढ़ता जा रहा है।
महिला के साथ आनलाइन ठगी हुई है। खाताधारक महिला की शिकायत दर्ज कर ली गई है। शुरुआती जांच में पता चला है कि जनसेवा केंद्र के माध्यम से रकम का आहरण हुआ है। बैंक की कोशिश है कि खाताधारक की रकम वापस दिलाई जाए।- अजय सक्सेना, ब्रांच मैनेजर प्रथमा बैंक, वजीरगंज