Ambulance Strike News : अफसरों को नहीं दिख रहा मरीजों का दर्द, दूसरे दिन भी खड़ी रही एंबुलेंस
Ambulance Strike News एंबुलेंस चालक व एमटी (इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन) सोमवार को भी हड़ताल पर डटे रहे। शहर से लेकर गांव तक के मरीजों को परेशान होना पड़ा लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने हड़ताल खत्म कराने के लिए कोई प्रयास नहीं किए।
बरेली, जेएनएन। Ambulance Strike News : एंबुलेंस चालक व एमटी (इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन) सोमवार को भी हड़ताल पर डटे रहे। शहर से लेकर गांव तक के मरीजों को परेशान होना पड़ा, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने हड़ताल खत्म कराने के लिए कोई प्रयास नहीं किए।
जीवनदायिनी स्वास्थ्य विभाग 108, 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ से जुड़े चालक व एमटी सात सूत्रीय मांगों को लेकर 23 जुलाई पर धरने पर बैठे थे।लेकिन उनकी मांगों पर जब गौर नहीं किया गया तो 26 जुलाई से कार्य बहिष्कार करते हुए बरेली मोड़ स्थित मैदान में एंबुलेंस खड़ी कर दी। ऐसे में राजकीय मेडिकल कालेज, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीज ई-रिक्शा या फिर अपने निजी वाहन से ही पहुंच रहे हैं।
एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष सिकंदर खां ने कहा कि रोजी-रोटी बचाने के लिए संगठन हर स्तर पर संघर्ष करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि एएलएस व एंबुलेंस पर तैनात कर्मचारियों को बदलकर नई भर्ती किसी कीमत पर नहीं होने देंगे। इस मौके पर अवनीश गंगवार, चंद्रपाल, आशुतोष, सुधीर आदि मौजूद रहे।
चालकों को धमकाने का आरोप
एंबुलेंस चालक व एमटी ने कंपनी के एक अधिकारी पर डरा धमकाकर एंबुलेंस चलाने का भी आरोप लगाया है। ऐसे में दो एंबुलेंस चालक मौका पाकर धरना स्थल से चले गए थे। जिलाध्यक्ष को जब इस बात की भनक लगी तो उन्होंने दोनों चालकों से बात कर उन्हें वापस बुला लिया।
मरीजाें काे हो रही दिक्कत
जिले में करीब चार सौ मरीजों को एंबुलेंस सेवा का लाभ हर दिन मिल रहा था। लेकिन हड़ताल के चलते औसतन इतने ही मरीजों को हर दिन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।