गोलीकांड के बाद बरेली के ठिरिया ठाकुरान के पुरुष हुए गायब, महिलाएं और बच्चे भी घर से बाहर नहीं निकल रहे, जानें वजह

गांव ठिरिया ठाकुरान शनिवार रात हुए गोलीकांड के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।गांव के अधिकतर पुरुष गांव छोड़कर फरार हैं।गांव में केवल महिलाएं व बच्चे ही बचे है वो भी दहशत के मारे अपने घरों में बाहर नहीं निकल रहे। गोलीकांड में घायल भूरे की हालत स्थिर है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 04:19 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 04:19 PM (IST)
गोलीकांड के बाद बरेली के ठिरिया ठाकुरान के पुरुष हुए गायब, महिलाएं और बच्चे भी घर से बाहर नहीं निकल रहे, जानें वजह
परिवारों में सिर्फ महिलाएं व बच्चे बचे, मुख्य आरोपित को पुलिस ने भेजा जेल अन्य स्वजन गांव से फरार।

बरेली, जेएनएन। गांव ठिरिया ठाकुरान शनिवार रात हुए गोलीकांड के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।गांव के अधिकतर पुरुष गांव छोड़कर फरार हैं। गांव में केवल महिलाएं व बच्चे ही बचे है वो भी दहशत के मारे अपने घरों में बाहर नहीं निकल रहे। वही गोलीकांड में घायल भूरे की हालत अभी स्थिर है और मुख्य आरोपित को पुलिस ने जेल भेज दिया है।

शनिवार रात थाना क्षेत्र के गांव ठिरिया ठाकुरान गांव में ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर एक ही संप्रदाय के दो गुट सामने आ गए थे।दोनों में जमकर गोलीबारी हुई थी। जिससे पूरा गांव गोलियों की आवाज से थर्रा उठा था। गोलीकांड में भूरा पुत्र विश्राम सिंह को गोली लगी थी जिसकी हालत अब स्थिर बनी हुई है उसका इलाज शहर के विनायक अस्पताल में चल रहा है। वहीं पुलिस ने मुख्य आरोपित शिवकुमार को रविवार को जेल भेज दिया।

गोली कांड के बाद गांव हुआ खाली : शनिवार रात ठिरिया ठाकुरान में हुए गोलीकांड के बाद गांव खाली पड़ा है। गांव के घरों में केवल महिलाएं व छोटे बच्चे ही हैं। पुरुषों के नाम पर गांव में कोई नहीं है। गोलीकांड के बाद से सभी फरार हो गए हैं। गांव की सड़कों पर हर तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है।

गांव की महिलाएं बोली भयानक था रात का मंजर : शनिवार रात हुए गोलीकांड के बाद गांव में कुछ महिलाए ही बची है।उन्होंने बताया कि शनिवार रात गांव में शिवकुमार की ओर से 30-40 लोग इकट्ठा हो गए। जिन्होंने विश्राम सिंह के परिवार पर फायरिंग शुरू कर दी। गांव में किसी को कुछ समझ नहीं आया कि अचानक गांव में फायरिंग कहां से शुरु हो गई थोड़ी ही देर बाद दूसरे पक्ष ने भी फायरिंग शुरू की। जिसके बाद देखते ही देते गांव में ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू हो गई। गांव के बच्चे व महिलाएं घबराकर अपने घरों में कैद हो गए। रात का मंजर इतना भयानक था कि रात भर गांव में लोगों को नींद नहीं आई।

ताबड़तोड़ चली गोलियां फिर भी पुलिस गांव से गायब: शनिवार रात हुए गोलीकांड के बाद ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस रात कुछ समय तक गांव में रुकी रविवार को गांव में कोई भी पुलिस पिकेट तैनात नहीं थी। क्योंकि गांव गंगा के खादर के पास है इस वजह से पुलिस की मूवमेंट भी वहां ना के बराबर ही होती है।जिस वजह से गांव में इतना बड़ा गोली कांड हो गया।

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