बरेली में आजादी की गुमनाम हुतात्माओं को खोज रहा एबीवीपी, पहुंचेगा घर, करेगा सम्मानित

Bareilly ABVP News स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। लेकिन जिनकी वजह से हम आज अपने देश में खुले चैन की सांस ले पा रहे हैं। उन्हीं हुतात्माओं का नाम ही गुम है। हम उन सभी काल्पनिक हीरो को तो जानते है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 04:25 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 04:25 PM (IST)
बरेली में आजादी की गुमनाम हुतात्माओं को खोज रहा एबीवीपी, पहुंचेगा घर, करेगा सम्मानित
बरेली में आजादी की गुमनाम हुतात्माओं को खोज रहा एबीवीपी, पहुंचेगा घर, करेगा सम्मानित

बरेली, जेएनएन। Bareilly ABVP News : स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। लेकिन जिनकी वजह से हम आज अपने देश में खुले चैन की सांस ले पा रहे हैं। उन्हीं हुतात्माओं का नाम ही गुम है। हम उन सभी काल्पनिक हीरो को तो जानते हैं जो हर दृश्य में बदल जाते हैं परंतु उन हीरो के नाम जेहन से उतर जाते हैं जिनकी वजह हमें आजादी मिली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने शोध आयाम के माध्यम से आजादी के गुमनाम हुतात्माओं के नाम जो इतिहास की दृष्टि से कहीं पीछे रह गए उन्हें खोजकर उनके घर तक भी जाएगी।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद,ब्रज प्रांत द्वारा ब्रज प्रांत के प्रत्येक जिले, नगर, तहसील और गांव स्तर तक ऐसे व्यक्तियों को खोजने का कार्य किया जायेगा। उन स्वतंत्रता सेनानियों के स्थानों पर जाकर सर्वेक्षण कर उनके परिवारी जन को सम्मान भी करेगी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के शोध कार्य आयाम के अंतर्गत सभी स्नातकोत्तर एवं शोध छात्रों की प्रशिक्षण करा कर उन्हें सर्टिफिकेट प्रदान किये जायेंगे।

जिसके माध्यम से वह पांच दिन 29, 30 व एक, दो व तीन दिसंबर तक हुतात्माओं के विषय में जानने का प्रयास करेंगे तथा उनके विषय में साहित्य भी तैयार करेंगे। साहित्य संग्रहण करने के उपरांत एक प्रदर्शनी लगाई जायेगी जिसमें सभी स्वतंत्रता सैनानियों के परिवारी जन को बुलाया जायेगा।

ज्ञात - अज्ञात हुतत्माओं के विषय पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ब्रज प्रांत के प्रांत सह मंत्री गौरव यादव ने कहा कि एबीवीपी ने सदैव महापुरुषों के विषय में जानकारी एकत्र करना मां भारती की सेवा का ही एक रूप है। महानगर मंत्री अमन सिंह तोमर ने कहा कि हमने सदैव आजादी के नायकों का गुणगान किया है, आजादी का संघर्ष बहुत बड़ा था तथा देश के बलदानियों की गिनती करना एक असंभव कार्य है, पर विद्यार्थी परिषद ने आजादी के गुमनाम नायकों को खोजने का तथा उनके विषय में साहित्य निर्माण के जिस पुनीत कार्य का संकल्प लिया है। इसका लाभ आने वाली युवा पीढ़ी को सबसे अधिक होगा इसके माध्यम से उनको सदैव आजादी के मूल का स्मरण रहेगाl 

chat bot
आपका साथी