बरेली में 20 बीघा जमीन के लिए भाई को असलहा तस्कर बनाने की काेशिश में फंसा युवक, हैरान हुई पुलिस

Bareilly Crime 20 बीघा जमीन के लिए भाई ही भाई का दुश्मन बन बैठा। भांजे संग भाई को असलहा तस्करी में फंसाने की साजिश रची और तय योजना के तहत उसकी इनोवा गाड़ी में 12 तमंचे रखे और फिर तस्करी का आरोप लगा पुलिस को सूचना दी।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 08:57 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 08:57 AM (IST)
बरेली में 20 बीघा जमीन के लिए भाई को असलहा तस्कर बनाने की काेशिश में फंसा युवक, हैरान हुई पुलिस
बरेली में 20 बीघा जमीन के लिए भाई को असलहा तस्कर बनाने की काेशिश में फंसा युवक

बरेली, जेएनएन। Bareilly Crime : 20 बीघा जमीन के लिए भाई ही भाई का दुश्मन बन बैठा। भांजे संग भाई को असलहा तस्करी में फंसाने की साजिश रची और तय योजना के तहत उसकी इनोवा गाड़ी में 12 तमंचे रखे और फिर तस्करी का आरोप लगा पुलिस को सूचना दी। सर्विलांस से आरोपित भाई व भांजे का भेद खुल गया। आरोपित मोहन लाल उर्फ मीनू निवासी कैमुआ भमाेरा व भांजा ललित कुमार शर्मा निवासी फरीदापुर भुता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

दस अक्टूबर को कैमुआ निवासी सोनू शर्मा की इनोवा गाड़ी से पुलिस को 12 तमंचे मिले। पूछताछ में सोनू ने कार में तमंचे रखे होने की जानकारी से इन्कार किया। साथ में इसे भाई मोहनलाल उर्फ मीनू से रंजिश की बात बताई। इसी पर मोहन लाल उर्फ मीनू पर शक की सुई घूमी। मोहन लाल का फोन नंबर सर्विलांस पर लगाया गया। पता चला कि मोहन लाल भांजे ललित कुमार शर्मा के संपर्क में था। मोहन ने ही थाना पुलिस को गाड़ी में तमंचों की जानकारी दी थी।

मोहन व ललित को पकड़ लिया गया। फंसता देख दोनों ने पूरी कहानी कबूल दी। बताया कि भाई सोनू मां के संग रहता है। 20 बीघा जमीन पर उसी ने कब्जा कर रखा है। संपत्ति को लेकर कई बार विवाद भी हुआ लेकिन, वह हिस्सा देने का तैयार नहीं था। लिहाजा, भांजे ललित के साथ मोहन लाल ने मिलकर सोनू को तंमचा तस्करी में फंसाकर जेल भिजवाने की साजिश बदले में आधी-आधी जमीन की बात तय हुई। रची। तय योजना के तहत तमंचे भाई सोनू की गाड़ी में रख दिये लेकिन, दोनों अपनी ही कहानी में फंस गए। मोहन लाल व ललित कुमार ने जुर्म कबूल कर लिया। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने प्रेस कांफ्रेस कर मामले का राजफाश किया।

भुता में चार महीने पहले पकड़ी गई तमंचा फैक्ट्री से खरीदे थे तमंचे

आरोपित मोहन लाल उर्फ मीनू व ललित कुमार शर्मा चार महीने पहले ही सोनू को फंसाने की तैयारी पूरी कर चुके थे। भुता में संचालित दिलबाग सिंह सरदार उर्फ बग्गा के अवैध तमंचा फैक्ट्री से 17 हजार रुपये में 12 तमंचे खरीदे थे। चार महीने पहले इस अवैध तमंचा फैक्ट्री का पुलिस ने राजफाश किया था। कई बार योजना के तहत दोनों ने मिलकर सोनू की गाड़ी में तमंचे रखने की कोशिश की लेकिन, हर बार नाकामयाब हो जाते। 10 अक्टूबर को दोनों मौका मिलते ही तमंचे सोनू की गाड़ी में डाल दिये।

दो महीने पहले रची थी अपहरण की झूठी कहानी 

मोहन लाल उर्फ मीनू संपत्ति विवाद के चलते मीरगंज स्थित अपनी ससुराल में रहता है। दो महीने पहले उसने अपने अपहरण की झूठी कहानी रची। मोहन लाल की पत्नी ने सोनू पर मोहन के अपहरण का आरोप लगाकर मीरगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

16 साल पहले भांजे ने हिस्ट्रीशीटर काे मारी थी गोली

मोहन लाल उर्फ मीनू का भांजा ललित कुमार शर्मा पेशेवर अपराधी है। उसके ऊपर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज है। साल 2005 में ललित ने हिस्ट्रीशीटर इशरार को गोली मारकर हत्या का प्रयास किया था जिसमें वह बाल-बाल बच गया था।

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