बरेली में पूर्व सांसद व प्रसपा प्रदेश महासचिव समेत एक दर्जन पर मुकदमा
डोहरा रोड की कॉलोनी शिव गार्डन में रहने वाले एक डॉक्टर ने पूर्व सांसद व प्रसपा प्रदेश महासचिव समेत एक दर्जन लोगों पर एफआइआर दर्ज कराई है। आरोप है कि उन्होंने अपने समर्थकों के साथ मिलकर अपहरण करने का प्रयास किया गाली गलौच व मारपीट की।
बरेली, जेएनएन। डोहरा रोड की कॉलोनी शिव गार्डन में रहने वाले एक डॉक्टर ने पूर्व सांसद व प्रसपा प्रदेश महासचिव समेत एक दर्जन लोगों पर एफआइआर दर्ज कराई है। आरोप है कि उन्होंने अपने समर्थकों के साथ मिलकर अपहरण करने का प्रयास किया, गाली गलौच, मारपीट करते हुए जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। पुलिस ने यह कार्रवाई पीड़ित डॉक्टर के भाई की तहरीर पर की है। इस मामले में पूर्व सांसद ने कहा कि आरोप निराधार है। उनके व्यक्ति से झगड़े के बाद उन्होंने ने समझौता कराया था। पुलिस को एफआइआर से पहले जांच करनी चाहिए थी।
बारादरी के शिवगार्डन निवासी राजपाल सिंह ने बताया कि उनके भाई डॉ. पीपी सिंह अस्पताल से ड्यूटी कर लौटे थे। घर के सामने दो लोग टॉयलेट कर रहे थे। जब भाई ने मना किया तो आरोपित जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली-गलौज करने लगे।आरोप है कि दोनों युवकों ने 10 अन्य लोगों को बुला लिया और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा कि अब यही पर ही टॉयलेट करेंगे। मना करने पर आरोपित ने उन्हें पीटते हुए घर में घुस आए।
पूर्व सांसद वीरपाल सिंह की कार की ओर लेकर जाते हुए बोले कि हम वीर पाल सिंह के आदमी है। इसी दौरान भाई पीपी सिंह की शोर सुनकर उन्हें बचाने लगे। आरोपितों ने उनसे भी मारपीट की। जाति सूचक शब्द कहे। शोर मचाने पर लोग एकत्रित हुए। उसी दौरान कार के अंदर बैठे वीरपाल ने भी जाति सूचक शब्द कहते हुए गाली-गलौज की और बोले जाे करना हो कर लेना।
फरीपुर से वापस लौटते समय अपने एक परिचित के एक रेस्टोरेंट में बैठा हुआ था। उसी दौरान मेरी कार बाहर खड़ी थी। आरोप लगाने वाले शख्स से काम टकरा गई थी। मेरे व्यक्ति से झगड़ा हुआ। ये दोनों रेस्टोरेंट के अंदर आ गए। मैंने ही दोनों का समझौता कराया था। अगर पुलिस को एफआइआर दर्ज करानी थी तो मुझे भी पूछ लेते। जांच कर लेते। - वीरपाल सिंह यादव, पूर्व सांसद
पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। शितांशु शर्मा, इंस्पेक्टर बारादरी