दहशत : हत्यारोपितों की धमकियों से परेशान एक परिवार के 22 सदस्यों बरेली के गांव से किया पलायन Bareilly News

गांव छोड़ते समय दीपक के पिता विक्रम सिंह व त्रिमल सिंह ने कहा कि आरोपित लगातार धमका रहे।मारपीट कर चुके हैं। धमकी देते कि जेल जाना है तो एक और हत्या करके ही जेल जाएंगे।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sat, 22 Feb 2020 09:51 AM (IST) Updated:Sat, 22 Feb 2020 02:00 PM (IST)
दहशत : हत्यारोपितों की धमकियों से परेशान एक परिवार के 22 सदस्यों बरेली के गांव से किया पलायन Bareilly News
दहशत : हत्यारोपितों की धमकियों से परेशान एक परिवार के 22 सदस्यों बरेली के गांव से किया पलायन Bareilly News

 बरेली, जेएनएन : जेल से जमानत पर छूटे हत्यारोपितों से आजिज परिवारों के गांव से पलायन करने का मामला पुलिस के उच्चाधिकारियों तक पहुंच गया। वहीं, पीड़ित परिवार का आरोप है कि नवंबर में सभी आरोपित जेल से छूट गए। इसके बाद दीपक के परिवार वालों पर समझौता करने का दबाव बनाया। शुक्रवार को अपने व भाई के परिवार के साथ गांव छोड़ते समय दीपक के पिता विक्रम सिंह व त्रिमल सिंह ने कहा कि आरोपित लगातार धमका रहे।

मारपीट कर चुके हैं। धमकी देते कि जेल जाना है तो एक और हत्या करके ही जेल जाएंगे। कोई अनहोनी न हो जाए इसलिए गांव छोड़कर जा रहे। पुलिस से कहा मगर सुनवाई नहीं हुई। आरोपित पक्ष के लोग नाजायज हथियार लहराते हुए उनके घरों के आसपास घूमते रहते। पलायन के बाद आरोपित पक्ष के लोग भी गांव में नहीं मिले, इसकी उनका पक्ष नहीं मिल सका।

पुलिस ने मुख्य आरोपित का नाम निकाला: विक्रम सिंह का आरोप है कि पुलिस आरोपितों से मिल गई है। पुलिस आरोपित पक्ष से मोटा रुपया लिया। उनसे भी वसूली की गइ्र्र। कई बार उन्हें कई मामलों में फर्जी मुकदमे में लादने के नाम पर पुलिस ने रुपये लिए। इस दौरान मुख्य आरोपित तेजपाल को पुलिस ने क्लीन चिट दे दी। कई बार उनपर हमला हुआ लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी।

इंस्पेक्टर को कुछ मालूम ही नहीं : खौफ में दोनों भाइयों के परिवार के 22 लोग सारे सामान, पशु लेकर गांव छोड़ गए। उनकी 80 बीघे गेहूं की खड़ी फसल है। वहीं इस बाबत इंस्पेक्टर राजेश कुमार का कहना है कि उन्हें जानकारी नहीं।

बिशारतगंज थाना प्रभारी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि दशीपुर गांव से पलायन के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। गांव छोड़कर जाने वालों को कम से कम पुलिस को तो बताना चाहिए था।

पलायन क्यों किया कारण का पता लगाया जाएगा। अगर आरोपित की वजह से तो कार्रवाई होगी। इसी के साथ अगर पुलिस की लापरवाही सामने आइ जांच में जो दोषी मिलेगा कार्रवाई की जाएगी।

शैलेश पाण्डेय, एसएसपी

विक्रम व उसके परिवार को किसी ने कुछ नहीं कहा है। आरोप पूरी तरह गलत हैं। क्योंकि उनके बेटे की मौत हो गई थी, इसलिए परिवार गांव में रहना नहीं चाहता।

नन्हें सिंह होमगार्ड, आरोपित युवक के पिता

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