बरेली में सौ साल पुराने अस्पताल को मरम्मत की दरकार

जागरण संवाददाता, बरेली: अंग्रेजों के जमाने में महाराणा प्रताप संयुक्त जिला चिकित्सालय के अधिकांश भवन

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 06:51 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 06:51 PM (IST)
बरेली में सौ साल पुराने अस्पताल को मरम्मत की दरकार
बरेली में सौ साल पुराने अस्पताल को मरम्मत की दरकार

जागरण संवाददाता, बरेली: अंग्रेजों के जमाने में महाराणा प्रताप संयुक्त जिला चिकित्सालय के अधिकांश भवन और सीवेज पर 'अमृत' अभी तक नहीं बरस सका है। अमृत योजना में नवीनीकरण के लिए शामिल होने के बावजूद न भवन का पूरी तरह जीर्णोद्धार हो सका और न दोबारा सीवर लाइन पड़ी। पुरानी सीवेज लाइन वर्तमान लोड के लायक नहीं, ऐसे में आम दिनों में भी दूषित पानी अस्पताल परिसर में फैला रहता है। वहीं बरसात के मौसम में हाल और भी खराब हो जाते हैं। अस्पताल की सड़क भी वर्ष 1995 में बनी थी। अब मुख्य सड़क काफी ऊपर है और नाली भी न होने से परिसर के अलावा सड़क का बरसाती पानी भी अस्पताल परिसर में गिरता है। मंडलीय अपर निदेशक एवं प्रमुख अधीक्षक ने अस्पताल का हाल बयां करने वाली तस्वीरों के साथ जलभराव की समस्या शासन को भेजी है।

एक सदी से स्थिति जस की तस

स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के अनुसार जिला अस्पताल की बिल्डिग करीब 100 साल पुरानी है। जब से यहां अस्पताल चल रहा है, इस दौरान केवल सुंदरीकरण पर ही कुछ काम हुआ। वर्तमान में बिल्डिग की हालत जर्जर है। वहीं जिन आवासों में स्वास्थ्य कर्मचारी रह रहे हैं, वे इतने जर्जर हैं कि कभी भी ढह सकते हैं। बरसात में कई घरों में छत से रिसकर पानी वार्डों और दूसरे कमरों तक पहुंच जाता है।

जल निगम को पांच महीने पहले डालनी थी सीवर लाइन

सीवर लाइन चोक होने की वजह से कई बार लगातार बारिश होने पर अस्पताल के वार्डों में भी गंदा पानी भर जाता है। जिससे मरीजों का इंफेक्शन होने का खतरा भी बना हुआ है। अमृत योजना के तहत जिला अस्पताल में सीवेज लाइन डालने का काम करीब पांच महीने पहले शुरू होना था। इसकी जिम्मेदारी जल निगम के पास थी। लेकिन एक बार सर्वे करने के बाद जल निगम की टीम ने अभी तक सीवेज लाइन डालने का काम शुरू नहीं किया है।

स्मार्ट सिटी महाप्रबंधक के पास भिजवाया सड़क व सीवेज का प्रस्ताव

बीते बुधवार को मंडलीय अपर निदेशक एवं प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने जिला अस्पताल की सीवेज लाइन और सड़कों को नए स्तर से बनाने के लिए स्मार्ट सिटी महाप्रबंधक के पास पत्र भिजवाया है। अगर स्मार्ट सिटी योजना में प्रस्ताव शामिल किया तो जिला अस्पताल की सड़कें जल्द ही नए स्तर पर बनेंगी।

जर्जर हालत के चलते कायाकल्प में भी फेल रहा था अस्पताल

कुछ समय पहले जिला महिला अस्पताल ने अपने प्रयासों के बल पर कायाकल्प योजना में प्रदेश स्तर पर पहचान बनाई थी। जिला अस्पताल का भी चयन हुआ था लेकिन कायाकल्प योजना के मानकों पर अस्पताल खरा नहीं उतर सका था। इसकी मुख्य वजह वार्डों की जर्जर हालत, ड्रेनेज सिस्टम न होना था।

वर्जन

जलभराव की समस्या दूर करने के लिए सड़क को ऊंचा उठाने के साथ ही नई सीवर लाइन डालने की जरूरत है। अमृत योजना के तहत काम होना था, लेकिन महीनों बाद भी शुरू नहीं हो सका। उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर काम जल्द शुरू कराने का अनुरोध किया है।

डा. सुबोध शर्मा, एडीएसआइसी, जिला अस्पताल

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