बिजली इंजीनियर व कर्मचारियों ने ठप रखा 48 घंटे काम

2श्रह्मद्म श्रद्घद्घ 4 द्धश्रह्वह्मह्य 2श्रह्मद्म श्रद्घद्घ 4 द्धश्रह्वह्मह्य 2श्रह्मद्म श्रद्घद्घ 4 द्धश्रह्वह्मह्य 2श्रह्मद्म श्रद्घद्घ 4 द्धश्रह्वह्मह्य 2श्रह्मद्म श्रद्घद्घ 4 द्धश्रह्वह्मह्य 2श्रह्मद्म श्रद्घद्घ 4 द्धश्रह्वह्मह्य 2श्रह्मद्म श्रद्घद्घ 4 द्धश्रह्वह्मह्य 2श्रह्मद्म श्रद्घद्घ 4 द्धश्रह्वह्मह्य 2श्रह्मद्म श्रद्घद्घ 4 द्धश्रह्वह्मह्य

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Nov 2019 10:44 PM (IST) Updated:Wed, 20 Nov 2019 06:04 AM (IST)
बिजली इंजीनियर व कर्मचारियों ने ठप रखा 48 घंटे काम
बिजली इंजीनियर व कर्मचारियों ने ठप रखा 48 घंटे काम

बाराबंकी : पीएफ घोटाले के विरोध में दो दिवसीय कार्य बहिष्कार कर इंजीनियर कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। 48 घंटे तक कार्य बहिष्कार रहा। घोसियाना स्थित विद्युत वितरण खंड प्रथम के कार्यालय में आंदोलन चलता रहा।

आंदोलनकारियों ने कहा कि पांच नवंबर से लगातार सांकेतिक विरोध प्रदर्शन करने के बावजूद जिम्मेदार उच्च पदस्थ अधिकारियों ने संज्ञान नहीं लिया। सभी आंदोलनकारियों ने कहा कि सरकार एवं उच्च प्रबंधन हमारे धैर्य की परीक्षा न ले क्योंकि हम अपने अधिकार पाने के लिए हर हद तक जाएंगे। अधीक्षण अभियंता संजीव राणा, रामसनेहीघाट के अधिशाषी अभियंता राधेश्याम भास्कर, फतेहपुर के अधिशाषी अभियंता रणजीत कनौजिया, हैदरगढ़ के अधिशाषी अभियंता सत्येंद्र पांडेय, बाराबंकी के अधिशाषी अभियंता आरके मिश्रा के अलावा बाकर नकवी, तौफीक अहमद, मनोज कुमार, सुधीर श्रीवास्तव, मसीह अहमद, अखिलेश कुमार, अमित आदि मौजूद रहे।

सतरिख : तीन दिन से बड़ेल में बिजली आपूर्ति ठप है। बड़ेल के निवासी अनुराग यादव व बाबादीन यादव आदि का कहना है कि तीन दिनों से बिजली नहीं आ रही है। इससे पेयजल का संकट होने के साथ ही अन्य समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। जेई से लेकर उप मंडलीय अधिकारी को फोन से बिजली आपूर्ति ठप होने की बात बताई तो उन्होंने हड़ताल का हवाला देकर मरम्मत करवाने से इनकार कर दिया है।

chat bot
आपका साथी