गो आश्रय स्थल में जलभराव, 24 बेसहारा पशुओं की मौत

गो आश्रय स्थल हसनपुर में करीब 24 पशुओं की मौत हो गई। ग्राम प्रधान की सूचना पर अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। वह बारिश से सिर्फ आठ पशुओं की ही मौत होने की बात कह रहे हैं। ंकी गो आश्रय स्थल हसनपुर में करीब 24 पशुओं की मौत हो गई। ग्राम प्रधान की सूचना पर

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 11:25 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 11:25 PM (IST)
गो आश्रय स्थल में जलभराव, 24 बेसहारा पशुओं की मौत
गो आश्रय स्थल में जलभराव, 24 बेसहारा पशुओं की मौत

बाराबंकी : गो आश्रय स्थल हसनपुर में करीब 24 पशुओं की मौत हो गई। ग्राम प्रधान की सूचना पर अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। वह बारिश से सिर्फ आठ पशुओं की ही मौत होने की बात कह रहे हैं।

गो आश्रय स्थल में तीन शेड में करीब 200 पशुओ की क्षमता है। वर्तमान में 240 गोवंश रखे गए थे। बुधवार देर रात से तेज हवाओं के साथ हुई भारी बारिश से पड़ोस के नाले का भी पानी गो आश्रय स्थल में पहुंच गया। इससे वहां करीब तीन फिट पानी भर गया। इतनी बड़ी संख्या में पशुओं के होने के बावजूद किसी ने सुध लेना मुनासिब नहीं समझा। इसी के चलते दो दर्जन से अधिक गोवंशीय पशुओं की मौत हो गई। हालांकि, पशुओं की मौत के बाद जेसीबी से खोदाई करवाकर आश्रय स्थल का पानी निकलवाया गया। ग्राम प्रधान कृष्ण कुमार गुप्ता की सूचना पर खंड विकास अधिकारी, पशु चिकित्सक डा. बिपाशा सिंह व अन्य कर्मचारियों के साथ गोशाला पहुंचे। खंड विकास अधिकारी हेमंत कुमार का कहना है कि अचानक भारी बारिश से जलभराव से आठ पशुओं की मौत होना प्रतीत हो रहा है। मृत पशुओं का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। एसडीएम शालिनी प्रभाकर ने बताया कि अतिवृष्टि के चलते पशुओं की मौत हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सही कारण पता चल सकेगा।

व्यवस्थाओं की सामने आई हकीकत

हसनपुर गो आश्रय केंद्र में बड़ी संख्या बेसहारा पशुओं की मौत से व्यवस्थाओं की हकीकत सामने आ गई है। भूसा, चारा, टीनशेड की पर्याप्त व्यवस्था न होने और क्षमता से अधिक पशु रखे जाने की समस्या जागरण टीम की ओर से पूर्व में की गई पड़ताल में सामने आई थी। इसके बाद भी प्रशासन ने इस ओर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा।

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