जलभराव से आवागमन में दिक्कत, मेंथा और सब्जी उत्पादक बेहाल
दो दिन से रुक-रुक कर हो रही बारिश के चलते जगह-जगह जल भराव हो गया। सबसे ज्यादा नुकसान किसानों का हुआ है। मेंथा के साथ ही सब्जियों की फसलें भी खराब हो रही हैं।
बाराबंकी : दो दिन से रुक-रुक कर हो रही बारिश के चलते जगह-जगह जल भराव हो गया। सबसे ज्यादा नुकसान किसानों का हुआ है। मेंथा के साथ ही सब्जियों की फसलें भी खराब हो रही हैं। इतना ही नहीं जलभराव से मच्छर जनित बीमारियों और अन्य संक्रामक रोगों का भी खतरा बढ़ गया है। चिकित्सकों ने घर और आसपास पानी न जमा होने की सतर्कता बरतने को कहा है।
जिले में मेंथा की फसल लगभग सभी किसान लगाते हैं। मेंथा की फसल खेतों में तैयार है। किसान फसल से अवशीतन प्रक्रिया के तहत तेल निकाल रहे हैं। फसल से तेल निकालने के लिए सूखे ईंधन की जरूरत होती है। बारिश में ईंधन भी किसानों के पास नहीं हैं। अधिकांश किसान मेंथा फसल के अवशेष को ही ईंधन के रूप में प्रयोग करते हैं लेकिन इसके लिए मौसम साफ होने की जरूरत होती है। धूप में ही फसल अवशेष सुखाकर ईंधन के काम में लाया जाता है।
हरख ब्लाक के दौलतपुर के प्रगतिशील किसान राम सरन वर्मा का कहना है कि जिले में 70 फीसद मेंथा खेतों में लगी है। यदि 15 दिन बारिश न हो तो किसान आसानी से तेल निकाल सकते हैं। अन्यथा बहुत नुकसान हो रहा है।
शहर में जीआइसी मैदान, पुलिस लाइन, लखनऊ-अयोध्या मार्ग के किनारे जलभराव हो गया। शहर के मुहल्ला वेद पुरम कालोनी के पानी की निकासी के लिए बनाया गया नाला कई जगह टूट गया है। ऐसे में पानी की निकासी न होने पर जल भराव हो गया है। दरियाबाद नगर पंचायत में जल भराव से लोगों को आवागमन में दिक्कत हुई। अलियाबाद में सड़क पर पानी भरा दिखा। अलियाबाद बाजार में शाहिद व सरफराज की दुकानों में पानी भर गया। सरफराज सहित अन्य लोगों ने स्वयं ही नाली की सफाई करनी शुरू कर दी ताकि पानी निकल सके।
नगर पंचायत बंकी की जीतनगर कालोनी के कच्चे मार्गों पर पानी भरने से लोग परेशान हैं। कालोनी के राघवेंद्र प्रताप सिंह, कृपाशंकर तिवारी, रघुनाथ सिंह व राधा सिंह ने बताया कि जलभराव की समस्या से निदान के लिए डीएम से भी कई बार मांग की जा चुकी है। लेकिन समस्या जस की तस है।