वाच टावर से अब 24 घंटे होगी जेल की सख्त निगरानी

जिला कारागार में सुरक्षा का पहरा और कड़ा होगा। इसके लिए कारागार में वाच टावर का निर्माण शुरू करा दिया गया है। करीब दो करोड़ से अधिक लागत से कारागार में चार वाच टावर बन रहे है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 11:18 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 11:18 PM (IST)
वाच टावर से अब 24 घंटे होगी जेल की सख्त निगरानी
वाच टावर से अब 24 घंटे होगी जेल की सख्त निगरानी

वी. राजा, बाराबंकी :

जिला कारागार में सुरक्षा का पहरा और कड़ा होगा। इसके लिए कारागार में वाच टावर का निर्माण शुरू करा दिया गया है। करीब दो करोड़ से अधिक लागत से कारागार में चार वाच टावर बन रहे है। इन वाच टावरों पर चार सुरक्षाकर्मी हर वक्त तैनात रहेंगे। यानी पूरे कारागार परिसर की निगरानी वाच टावर से सुरक्षा कर्मी 24 घंटे करेंगे। वर्तमान में कारागार की 23 बैरक में करीब 1350 कैदी बंद हैं और करीब 80 जेल वार्डरों की तैनाती है। वाच टावर पर जिन सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी उनका बकायदा माह वार ड्यूटी चार्ट तैयार किया जाएगा। कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश आवास निगम की ओर से चारों वाच टावर का निर्माण कराया जा रहा है। जेल अधिकारियों के मुताबिक वाच टावर बन जाने के बाद पूरे जेल परिसर की आसानी से सुरक्षाकर्मी निगरानी कर सकेंगे। वाच टावर पर जो सुरक्षाकर्मी तैनात रहेगा उनके पास दूरबीन भी होगी। बंद हैं खूंखार कैदी : एंबुलेंस प्रकरण के तीन अपराधियों के अलावा जिला कारागार में बिजनौर का रहने वाला नदीम आंतकी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में बीती 23 अगस्त 2019 से जिला कारागार में बंद है। अयोध्या में बम कांड का आरोपित तारिक काजमी आजीवन कारावास की सजा यहीं पर काट रहा है। मुजफ्फरनगर का रहने वाला सद्दाम हत्या, धोखाधड़ी आ‌र्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट के तहत बंद हुआ था। वह 22 जनवरी को प्रशासनिक आधार पर जिले की जेल में भेजा गया है। हत्या लूट के मामले में बंद राकेश यादव को बीती पांच जून 2019 को प्रशासनिक आधार पर जेल भेजा गया था। इन कैदियों को हाई सिक्योरिटी बैरक में कडी सुरक्षा में रखा गया है।

इनसेट कारागार में चार वाच टावर का निर्माण कराया जा रहा है। वाच टावर से निश्चित तौर पर पूरे कारागार परिसर की आसानी से निगरानी सुरक्षाकर्मी कर सकेंगे। कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश आवास निगम की ओर से वाच टावर का निर्माण कराया जा रहा है। हरिबख्श सिंह, जेल अधीक्षक, जिला कारागार, बाराबंकी।

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