खोदे जा रहे तालाब तो कहीं बंद मिला कामकाज
लगभग ढाई सौ ग्राम पंचायतों में चल रहा मनरेगा काम। महज दस से 15 हजार हजार लोगों को काम मिल रहा है।
बाराबंकी : ग्राम पंचायतों के खाते बंद हैं, अब नवनिर्वाचित प्रधानों के शपथ ग्रहण के बाद ही खोला जाएगा। ऐसे में 15वां वित्त और चतुर्थ वित्त आयोग के तहत होने वाले कार्य ठप हैं। वहीं, मनरेगा में भी कोरोना महामारी का असर है। सिर्फ 250 गांवों में ही मनरेगा का काम चल रहा है, जबकि 15 हजार से अधिक लाभार्थियों को आवास बनाने की मजदूरी मनरेगा से दी जा रही है। प्रस्तुत है पंचायतों की पड़ताल करती रिपोर्ट :-
सूरतगंज : 103 गांवों के सापेक्ष 54 ग्राम पंचायतों में मनरेगा का कार्य धीमी गति से चल रहा है। यहां के पंजीकृत 16732 में 1229 जाबकार्ड धारक मनरेगा में मजदूरी कर रहे हैं। एंडौरा ग्राम पंचायत के रिक्षली गांव में बड़ा तालाब के खोदने का कार्य 14 लाख 3875 रुपये से होना था, जिसमें से पूर्व प्रधान ने पांच लाख का कार्य कराया था।
त्रिवेदीगंज ब्लाक की सभी 66 ग्राम पंचायतों में मौजूदा समय सभी तरह के विकास कार्य ठप हैं। प्रभारी एडीओ पंचायत प्रफुल्ल पटेल का कहना है कि चुनाव के चलते सभी काम बंद थे। गांवों की सफाई का कार्य चल रहा हे।
दरियाबाद की 71 ग्राम पंचायतों में मनरेगा से लेकर अन्य विकास कार्य ठप है। ज्यादातर गांवों में पंचायत भवन व सामुदायिक शौचालय समेत कई विकास कार्य अधूरे हैं। ब्लाक में एपीओ मनरेगा से लेकर कई पटल खाली पड़े रहे। दरियाबाद के किला बेलहरी के भैसौली में इंटरलॉकिग का कार्य अधूरा है। जाबकार्ड धारक पवन यादव कहते हैं कि काम शुरू हो तो काम मिले।
रामनगर : ग्राम पंचायत बिछलखा में चार लाख 99 हजार रुपये की लागत से सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य शुरू किया गया था, जो कि अधूरा है। जाबकार्ड धारक हरीश का कहना है कि इस महामारी और महंगाई के दौर में आर्थिक तंगी से परेशान हैं।
नरेंद्र देव द्विवेदी, मनरेगा उपायुक्त ने बताया कि कोरोना महामारी के वजह से कई कर्मचारी और अधिकारी पीड़ित हैं। ऐसे में मनरेगा का कार्य प्रभावित हैं। इस समय अधिक श्रमिक भी नहीं बुलाए जा सकते हैं, क्योंकि कोविड का संकट है। हालांकि, कुछ ग्राम पंचायतों में काम चल रहा है। आवास निर्माण में लाभार्थियों को मजदूरी दी जा रही है।
फैक्ट फाइल :
जाबकार्डों की संख्या-461810
महिला जाबकार्ड-182507
सक्रिय जाबकार्ड-261151
सक्रिय महिला जाबकार्ड-78855
वर्तमान में श्रमिकों को मिल रहा प्रतिदिन काम-15 हजार
ग्राम पंचायतों में चल रहा काम-250