'वीरों के बलिदान से मिली देश को आजादी'

वीरों और वीरांगनाओं की उन शौर्य गाथाओं से इतिहास भरा पड़ा है जिनका भारत के स्वतंत्रता संघर्ष में अमूल्य योगदान है। यह बात जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल पीजी कालेज (जनेस्मा) में आयोजित अमृत महोत्सव कार्यक्रम में सह प्रांत प्रचारक अवध प्रांत मनोज ने कही।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 11:27 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 11:27 PM (IST)
'वीरों के बलिदान से मिली देश को आजादी'
'वीरों के बलिदान से मिली देश को आजादी'

बाराबंकी : वीरों और वीरांगनाओं की उन शौर्य गाथाओं से इतिहास भरा पड़ा है जिनका भारत के स्वतंत्रता संघर्ष में अमूल्य योगदान है। यह बात जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल पीजी कालेज (जनेस्मा) में आयोजित अमृत महोत्सव कार्यक्रम में सह प्रांत प्रचारक अवध प्रांत मनोज ने कही। उन्होंने कहा कि देश को वास्तविक आजादी ऊधम सिंह, तात्या टोपे और मंगल पांडेय जैसे वीरों के बलिदान से मिली है। कालेज के डा. जेपीएन सिंह स्मृति सभागार में उन्होंने रानी लक्ष्मी बाई को स्वतंत्रता संघर्ष की उस प्रथम वीरांगना के रूप में याद किया, जिन्होंने देशहित में प्राण देकर भावी पीढि़यों के लिए एक आदर्श प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सीताराम सिंह ने किया। प्रो. मानव कुमार सिंह ने इतिहास के पुन: लेखन की आवश्यकता बताई और तथ्यों को नए सिरे से परिभाषित करने पर बल दिया। संचालन हिदी विभाग एसोसिएट प्रो. डा. रीना सिंह ने किया। हिदी विभाग एसोसिएट प्रो. डा. विजय कुमार, डा. शार्दूल विक्रम सिंह आदि मौजूद रहे। मुंशी रघुनंदन प्रसाद सरदार पटेल महिला महाविद्यालय में आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि आज बड़े गर्व का विषय है कि हम लोग देश की स्वाधीनता की 75 वीं वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। हम सबको ज्ञात होना चाहिए कि आजादी हमें कब और कैसे मिली। कार्यक्रम का प्रारंभ भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन से किया गया। संचालन समाजशास्त्र की प्रवक्ता डा. अमिता सिंह ने किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जिला प्रचारक कृष्ण कुमार, प्राचार्या डा. ऊषा चौधरी, सचिव उमाशंकर वर्मा, सुधीर तिवारी, शिवपूजन, सुजीत चतुर्वेदी आदि मौजूद रहे।

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