अब तस्करी के लिए कुख्यात टिकरा में बदलाव की मुहिम
जैदपुर के टिकरा गांव में एसपी ने लगाई पुलिस चौपाल
बाराबंकी : चैनपुरवा की सफलता के बाद पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविद चतुर्वेदी ने मार्फीन तस्करी के लिए कुख्यात गांव टिकरा में मिशन कायाकल्प की मुहिम शुरू की है। रविवार को एसपी ने टिकरा गांव में पुलिस चौपाल लगाकर वहां के ग्रामीणों को इस मुहिम से जुड़कर रोजगार के अपार नए अवसर देने की बात कही। अब प्रत्येक रविवार को इस गांव में अधिकारी ग्रामीणों से मिलकर उनकी योग्यता व क्षमता के अनुसार रोजगार से अवगत कराएंगे।
जैदपुर का टिकरा गांव मार्फीन तस्करी के लिए कई दशकों से पूरे भारत में कुख्यात है। मिशन कायाकल्प के तहत एसपी ने कच्ची शराब के लिए कुख्यात रहे चैनपुरवा को सामाज की मुख्य धारा से जोड़ा और वहां 90 परिवारों को रोजगार देकर आत्मनिर्भर बनाया। इसके बाद कुर्सी के बेहड़पुरवा में भी यह अभियान चल रहा है, तीसरे चरण में एसपी ने टिकरा गांव को चयनित किया है, यहां चौपाल आयोजित की गई थी। यहां एसपी ने ग्रामीणों को बताया कि हम आपको रोजगार के अवसर देंगे। अगले प्रत्येक रविवार को यहां अधिकारी आएंगे और आपकी क्षमता व योग्यता के अनुसार रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएंगे। सरकारी योजनाओं के तहत सब्सिडी भी दी जाएगी। उन्होंने मधुमक्खी पालन, मशरूम आदि के उत्पादन के बारे में जानकारी दी और कहा कि अगर यहां पंचायत भवन अथवा वर्किंग शेड नहीं है तो प्रशासन की ओर से उसे बना दिया जाएगा। एसपी ने कहा कि हम यहां बदलाव करने आये हैं हम चाहते है कि आप हमसे हाथ मिलाये और चैन से रहें। इस दौरान उद्योग केंद्र के उपायुक्त उमेश कुमार ने भी वहां मौजूद लोगों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। गांव की महिलाओं का स्वयं सहायता समूह बनाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में मौजूद बच्चियों को शोहदों से निपटने के टिप्स भी दिए गए और टोल फ्री नंबर की भी जानकारी दी गई। एसपी ने वहां नारा लगवाया गया कि कश्मीर हो या कन्या कुमारी भारत माता एक हमारी, बाराबंकी हो या गुवाहाटी अपना देश अपनी माटी। अंत में एसपी ने वृद्ध महिलाओं व पुरुषों को कंबल वितरण किये और छोटे बच्चों टॉफियां बांटी। कार्यक्रम में प्रशिक्षु सीओ शाहिदा नसरीन और सतरिख कोतवाल बृजेश वर्मा भी थे। संचालन जैदपुर कोतवाल संदीप कुमार राय ने किया।