हाजी वारिस अली शाह की मजार पर पेश किया गया सेहरा

कार्तिक उर्स में सोमवार को हजरत सैय्यद खादिम शाह का कुलशरीफ धूमधाम से मनाया गया। कव्वाली के साथ ही खुसरो वारिस पाक हजरत बेदम शाह वारसी की ओर से जुलूस के साथ हाजी वारिस अली शाह की मजार पर सेहरा पेश किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 11:20 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 11:20 PM (IST)
हाजी वारिस अली शाह की मजार पर पेश किया गया सेहरा
हाजी वारिस अली शाह की मजार पर पेश किया गया सेहरा

बाराबंकी : कार्तिक उर्स में सोमवार को हजरत सैय्यद खादिम शाह का कुलशरीफ धूमधाम से मनाया गया। कव्वाली के साथ ही खुसरो वारिस पाक हजरत बेदम शाह वारसी की ओर से जुलूस के साथ हाजी वारिस अली शाह की मजार पर सेहरा पेश किया गया।

सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के पिता सैय्यद कुर्बान अली शाह की याद में लगने वाले कार्तिक उर्स में चौथे दिन सुबह कव्वाली का आयोजन हुआ। इसमें कव्वालों नें सूफी कव्वालियां पेश की। इसके बाद हाजी वारिस अली शाह के बहनोई हजरत सैय्यद खादिम अली शाह का कुल शरीफ परंपरानुसार मनाया गया। शाम को हजरत बेदम शाह वारसी की तरफ से मजार पर सेहरा पेश किया गया। फुकरा और जायरीन की मौजूदगी में हाजी वारिस अली शाह की दरगाह के समां खाने में सेहरा की चौकी सजाई गई। बेदम शाह वारसी के कलाम और सेहरा पढ़ा गया। इसके बाद जुलूस की शक्ल में चादर और सेहरा की चौकी नुमाइश मैदान स्थित हजरत बेदम शाह की दरगाह पर पहुंची। यहां हाजी वारिस अली शाह के दरबार की चादर हजरत बेदम शाह वारसी की मजार पर चढ़ाई गई। नशिस्तगाह में चौकी पर सेहरा सजाया गया और उसे हाजी वारिस अली शाह की मजार पर पेश किया गया। हल्का फुकरा कमेटी के नाजिम हकीम साबिर शाह वारसी, हजरत बेदम शाह वारसी के प्रपौत्र यासिर सरताज वारसी सहित काफी संख्या में जायरीन मौजूद रहे। कुल शरीफ आज

हजरत सैयद हाजी वारिस अली शाह का कुल शरीफ मंगलवार की सुबह चार बज कर तेरह मिनट पर सम्पन्न होगा। कुल शरीफ के लिए दरगाह के समां खाने में देर रात कव्वालियों का दौर शुरू हुआ, जो मंगलवार को होने वाले कुल शरीफ तक जारी रहेगा। कुल में शिरकत के लिए काफी संख्या में जायरीन कस्बा पहुंच चुके थे। जायरीन का देर रात तक आना जारी रहा।

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