60 हजार में संयंत्र लगवाकर सहेजिए बारिश की बूंदें

भू-जल अधिनियम में 300 वर्ग मीटर में ही रूफ टाप रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाए जाने का नियम है। साथ ही इसमें पंचायत घर प्राइमरी अपर प्राइमरी इंटर कालेज अन्य सरकारी भवन में चार इंच की बोरिग कराकर संयंत्र लगाया जा सकेगा। कोई भी व्यक्ति 60 से 80 हजार रुपये खर्च कर रूफ टाप रेन वाटर हार्वेस्टिग लगाया जा सकेगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 11:14 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 11:14 PM (IST)
60 हजार में संयंत्र लगवाकर सहेजिए बारिश की बूंदें
60 हजार में संयंत्र लगवाकर सहेजिए बारिश की बूंदें

बाराबंकी : भू-जल अधिनियम में 300 वर्ग मीटर में ही रूफ टाप रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाए जाने का नियम है। साथ ही इसमें पंचायत घर, प्राइमरी, अपर प्राइमरी, इंटर कालेज, अन्य सरकारी भवन में चार इंच की बोरिग कराकर संयंत्र लगाया जा सकेगा। कोई भी व्यक्ति 60 से 80 हजार रुपये खर्च कर रूफ टाप रेन वाटर हार्वेस्टिग लगाया जा सकेगा।

तीन सौ वर्ग मीटर में लगभग साढ़े तीन से चार लाख का खर्च आता है। छत के क्षेत्रफल के हिसाब से खर्च लगेगा। कम से कम 60 हजार रुपये तक के खर्च लगने का एस्टीमेट लघु सिचाई विभाग की ओर से तैयार किया गया है। सहायक अधिशासी अभियंता संदीप कुमार ने बताया कि शासकीय और गैर शासकीय भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाया जाना अनिवार्य है। हर निजी भवन मालिक को अब संयंत्र लगाना ही होगा। यदि संयंत्र नहीं लगता है तो अधिनियम में दंड का भी प्रविधान किया गया है।

छत की पहली बारिश को नहीं किया जाएगा रिचार्ज : पंचायत घर, प्राइमरी, अपर प्राइमरी, इंटर कालेज व अन्य सरकारी भवनों में मनरेगा से संयंत्र लगाने के लिए कार्ययोजना बनी है। सहायक अभियंता संदीप कुमार ने बताया कि बरसात का पानी साफ रहता है, लेकिन छत पर धूल-मिट्टी आ जाने से पहली बारिश का पानी रिचार्ज नहीं किया जाएगा।

ऐसे फिल्टर होगा पानी : भू-जल अधिनियम के तहत वर्षा के जल को संरक्षित किया जाएगा। सहायक अभियंता ने बताया कि सबसे पहले छोटी छतों में चार इंच की बोरिग करानी होगी, जिसका खर्च 15 हजार रुपये आता है। बोरिग के पास से एक वर्ग मीटर का गड्ढा बनाकर चैंबर बनाया जाएगा। छत का पानी फिल्टर हो, इसके लिए चैंबर में बोल्डर डाले जाएंगे, छोटी गिट्टियां, बजड़ी और सबसे ऊपर मौंरग डालकर चैंबर बनाया जाएगा। पानी इसी चैंबर से फिल्टर होकर रिचार्ज होगा। जल दोहन अधिक, रिचार्ज की मात्रा न के बराबर : जिले में कभी चार मीटर पर पानी मिल जाता था। अब आठ मीटर पर पानी पहुंच गया है। रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम से इसमें सुधार आने की उम्मीद है। वर्ष 2006 में 56 प्रतिशत जल का दोहन हो रहा था। अब भू-गर्भ के मुताबिक इस समय 67.11 प्रतिशत जल का दोहन हो रहा है। ------------------

फैक्ट फाइल (यहां लगेंगे संयंत्र)

प्राथमिक विद्यालय-2170

पूर्व माध्यमिक-846

पंचायत घर : 1161

ब्लाक-15

तहसील-छह

सीएचसी-15

अन्य सरकारी भवन-250 ----------

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