बढ़ रहा सरयू का जलस्तर, पलायन कर रहे ग्रामीण

सरयू नदी में नेपाल का पानी वनबसा बांध से छोड़े जाने के बाद जिले में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। गुरुवार को शाम चार बजे तक खतरे के निशान 106.070 के सापेक्ष 106.700 मीटर तक जलस्तर पहुंच गया। रामनगर सिरौलीगौसपुर व रामसनेहीघाट तहसील के करीब 50 गांवों में पानी पहुंच चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 11:30 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 11:30 PM (IST)
बढ़ रहा सरयू का जलस्तर, पलायन कर रहे ग्रामीण
बढ़ रहा सरयू का जलस्तर, पलायन कर रहे ग्रामीण

बाराबंकी : सरयू नदी में नेपाल का पानी वनबसा बांध से छोड़े जाने के बाद जिले में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। गुरुवार को शाम चार बजे तक खतरे के निशान 106.070 के सापेक्ष 106.700 मीटर तक जलस्तर पहुंच गया। रामनगर, सिरौलीगौसपुर व रामसनेहीघाट तहसील के करीब 50 गांवों में पानी पहुंच चुका है। शुक्रवार तक प्रभावित गांवों की संख्या 100 से ज्यादा हो सकती है। खेत-खलिहान व फसलें पानी में डूब गई हैं। ग्रामीण गांव व घर छोड़कर पलायन कर रहे हैं। राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद, एडीएम संदीप कुमार गुप्त व एसपी यमुना प्रसाद ने रामनगर इलाके में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया।

एल्गिनब्रिज-चरसड़ी तटबंध, रानीमऊ-अलीनगर तटबंध, हेतमापुर-सुंदरनगर तटबंध सहित अन्य ऊंचे स्थानों पर बाढ़ पीड़ित अपना बसेरा तिरपाल लगा बना रहे हैं। रामनगर तहसील की ग्राम पंचायत तपेसिपाह के सभी मजरे बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। कोरिनपुरवा में कटान रोकने के लिए बनाए गए स्पर तक पानी पहुंच गया। ग्राम सिसौंडा के हरिराम खेत में धान की फसल को काटते दिखे। कहा कि पानी तेजी से बढ़ रहा है। फसल डूबकर बर्बाद हो जाएगी। परशुराम, राम सुरेश व आशाराम ने बताया कि गांव छोड़कर तटबंध पर तिरपाल लगा लिया।

सूरतगंज ब्लाक के हेतमापुर-सुंदरनगर तटबंध पर आसपास के गांवों के लोग गृहस्थी सहित नाव से पहुंच रहे हैं। सुंदरनगर, कोड़री, मदरहा, पर्वतपुर सहित अन्य गांवों के लोग एक-दूसरे की मदद से आशियाना बना रहे हैं। कुछ लोग घरों से छप्पर उठाकर तटबंध पर ले आए हैं। प्रशासनिक दावा है कि अब तक साढ़े चार सौ परिवार तटबंध पर आ चुके हैं जबकि हकीकत में संख्या इसके दोगुनी से ज्यादा बताई जाती है। तटबंध पर बिजली, पानी व शौचालय की समस्या अभी बनी हुई है। डूबने से बचा अधेड़ : सुंदरनगर गांव के 55 वर्षीय मो. हकीम तिरपाल को लेने बिना नाव के पानी में तैरकर तटबंध की ओर जा रहे थे, तभी पानी के तेज बहाव में बहने लगे। पीएसी के जवानों ने उन्हें बाहर निकाला। सीएचसी सूरतगंज में इलाज के भर्ती कराया गया है। मंदिर में पहुंचा पानी : हेतमापुर स्थिति बाबा नारायण दास की समाधि स्थल व मंदिर में भी सरयू नदी की बाढ़ का पानी भर गया है। बाढ़ का पानी लबालब भरा हुआ है। मंदिर के मंहत उदितनारायण ने बताया कि मंदिर में पानी भरने से आवागमन बंद हो गया है।

ग्राम बतनेरा, सरसंडा, कचनापुर, हेतमापुर, उधिया, डेहुवा, अकौना, पर्वतपुर, मदरहा, कोड़री, सुंदरनगर, बेलहरी तथा नदी के दूसरी तरफ स्थित पुरानपुर, फाजिलपुर, जमका, परशुराम व खुज्जी गांव पूरी तरह बाढ़ से प्रभावित हैं। एसडीएम राजीव कुमार शुक्ल, प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र बहादुर सिंह एसएसआइ प्रवीण मिश्र आदि ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। सिरौलीगौसपुर के सनावां, टेपरा, कहानपुरवा, गोबरहा, कोठीडीहा सहित अन्य गांवों के लोग गुरुवार को गांवों से नाव के जरिए निकलकर रानीमऊ-अली नगर तटबंध पर डेरा बनाते हुए दिखाई पड़े।

विधायक ने लिया जायजा : विधायक रामनगर शरद कुमार अवस्थी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का भ्रमण कर बाढ़ पीड़ितों का मदद का भरोस दिया। उनके साथ शेखर हयारण, राजेश अवस्थी, अंबरीश, राममूर्ति, ललित व रवि कुमार मौजूद रहे।

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