लाल निशान के करीब पहुंचा सरयू का जलस्तर, कटान तेज
सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान की ओर बढ़ रहा है।
बाराबंकी : सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान की ओर बढ़ रहा है। खतरे के निशान 106.070 के सापेक्ष जलस्तर रविवार की दोपहर दो बजे तक 105. 916 मीटर पर पहुंच गया। बाराबंकी जिले में तटवर्ती गांव में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। रामनगर ब्लाक के कोरिनपुरवा व जिले की सीमावर्ती इलाके में सीतापुर जिले के रामपुर मथुरा ब्लाक के अखरी गांव में कटान तेज है। दोनों जगह कटान रोकने के प्रयास बाढ़ कार्य खंड के अधिकारी कर रहे हैं।
जलस्तर खतरे के निशान से आधा मीटर ऊपर नदी का जलस्तर होते ही करीब 50 गांव में आवागमन का रास्ता बंद होगा जाएगा। सीतापुर जिले के रामपुर मथुरा ब्लाक का अखरी गांव बाराबंकी बाढ़ कार्य खंड के इलाके में आता है। कटान रोकने का काम देख रहे सहायक अभियंता संजीव उपाध्याय ने बताया कि चहलारी घाट से रामनगर बाराबंकी के गनेशपुर तक सरयू नदी का तटबंध बना है। अखरी गांव के पास स्पर (ठोकर) निर्माण कार्य होना प्रस्तावित है। स्पर बनाने का काम बाढ़ के बाद ही हो सकेगा। फिलहाल कटान रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। कटान शुरू: गणेशपुर : रामनगर के कोरिन पुरवा गांव के पूरब की ओर सरयू नदी (घाघरा) में बाढ़ के पानी आने से कटान होना शुरू हो गई है। सरयू (घाघरा) नदी का जल स्तर खतरे के निशान 106.070 मीटर के सापेक्ष रविवार की दोपहर दो बजे तक 105.916 मीटर रहा। हालांकि, जलस्तर अभी खतरे के निशान से 14 सेंटीमीटर नीचे है। इसके बावजूद तटवर्ती गांवों के निकट खेतों में बाढ़ का पानी पहुंचने लगा है। संजय सेतु फुल से तपेसिपाह के कोरिन पुरवा व मल्लाहनपुरवा तक सरयू नदी के बाढ़ के पानी से कटान हो रही है। कटान को रोकने के लिए परक्यून पाइप (त्रिभुज) को बनवाकर इसमें पेड़ों की डालियां, पत्ते आदि किनारे पानी में लगाया जा रहा है। दो लाख 88 हजार क्यूसेक पानी शारदा नदी गिरिजा बैराज से छोड़ा गया है, जो सोमवार तक नदी में पहुंच जाएगा। नदी में बाढ़ का पानी कल सोमवार तक खतरे के निशान को पार कर जाने की आशंका जताई जा रही है। बाढ़ खंड अभियंता पीए सिद्दीकी ने की कटान को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं।