शीतलहर का प्रकोप, ठिठुरे लोग, यातायात भी रहा प्रभावित
परिषदीय स्कूलों का समय सुबह दस बजे से दोपहर दो बजे तक किए जाने की मांग
बाराबंकी: दिन भर शीतलहर का प्रकोप रहा। घना कोहरा छाया रहा। पछुआ हवा चलने से गलन ने लोगों को सताया। शीतलहर से बचने के लिए लोग गर्म वस्त्र पहनकर घरों से बाहर निकले। पाला व कोहरा गिरने से सबसे अधिक असर आलू और सरसों की फसल पर हुआ है। कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक इसका उत्पादन घटेगा। आलू में झुलसा रोग व सरसो में माहू रोग का प्रकोप है। गेहूं की पैदावार पर ठंड के कारण बढ़ी है। औद्यानिक फसलें भी कोहरे व पाला के प्रकोप से प्रभावित हो रही है। सोमवार को न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक 24 घंटे में कोहरा छाए रहने व हवा के सामान्य गति से चलने के आसार है। औसत तापमान के सामान्य से कम रहने की संभावना है। अभी सर्दी से राहत के आसार नहीं है।
किसान परेशान: उधौली निवासी कृषक स्वदेश द्विवेदी व निशेष द्विवेदी का कहना है कि पाला व कोहरा गिरने से आलू व सरसों की फसल पर अधिक प्रभाव पड़ रहा है। वहीं औद्यानिक फसल भी कोहरे के प्रकोप के कारण खासी प्रभावित है।
ठिठुरे छात्र, स्कूल का समय बदलने की मांग :कक्षा नौ से 12 तक के छात्र स्कूलों में ठिठुरने को विवश हुए। दूसरी ओर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष पवन कुमार वर्मा ने पदाधिकारियों के साथ प्रभारी बीएसए राजेश कुमार वर्मा को ज्ञापन दिया। दिए गए ज्ञापन में उन्होंने परिषदीय स्कूलों का समय कड़ाके की सर्दी के कारण सुबह दस बजे से दो बजे तक किए जाने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में प्रमोद अवस्थी, मुमताज अहमद, रंजीत सिंह, विजेंद्र सिंह आदि प्रमुख रहे।
यातायात भी रहा प्रभावित: यातायात भी खासा प्रभावित रहा। दिन में दोपहिया व चार पहिया वाहन चालक दिन में लाइट जलाकर वाहन चलाते नजर आए।