पटेल प्रतिमा को मिली भव्यता, 'गुरुजी' का पूरा हुआ संकल्प

नगर के देवा तिराहे पर लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा स्थापना के सोमवार को 21 साल पूरे हो गए। इन 21 सालों में प्रतिमा स्थापना से लेकर उसकी भव्यता का जो सपना साहित्यकार अजय सिंह गुरुजी ने देखा था वह भी पूरा हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 11:22 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 11:22 PM (IST)
पटेल प्रतिमा को मिली भव्यता, 'गुरुजी' का पूरा हुआ संकल्प
पटेल प्रतिमा को मिली भव्यता, 'गुरुजी' का पूरा हुआ संकल्प

बाराबंकी : नगर के देवा तिराहे पर लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा स्थापना के सोमवार को 21 साल पूरे हो गए। इन 21 सालों में प्रतिमा स्थापना से लेकर उसकी भव्यता का जो सपना साहित्यकार अजय सिंह 'गुरुजी' ने देखा था वह भी पूरा हुआ है। गुरु जी ने सोमवार को स्थापना दिवस पर पटेल प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उसकी भव्यता पर हर्ष जताया। प्रतिमा स्थापना से लेकर उस पर छतरी व सुंदरीकरण कराए जाने के संघर्ष की चर्चा भी करना नहीं भूले।

स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व अन्य महापुरुषों के जीवन पर आधारित साहित्य सृजन करने वाले अजय सिंह गुरु जी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल स्मारक समिति के सचिव के रूप में प्रतिमा स्थापना की पहल की। समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह सहित अन्य लोगों ने उनकी मंशा को बल प्रदान किया।

वर्ष 2001 में तत्कालीन राज्यपाल विष्णुकांत शास्त्री ने तत्कालीन सहकारिता मंत्री पटेल राम कुमार वर्मा की अध्यक्षता में अनावरण किया था। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में तत्कालीन कृषि राज्यमंत्री संग्राम सिंह वर्मा भी शामिल हुए। प्रतिमा का अनावरण के बाद उस पर भव्य छतरी निर्माण की मांग गुरु जी करते रहे। वर्ष 2014 में तत्कालीन सांसद ने लोहे की छोटी छतरी प्रतिमा पर लगाई तो गुरु जी ने जबरदस्त विरोध किया। उन्होंने सीमेंट खंभों को बनाकर उस पर छतरी निर्माण व सुंदरीकरण की मांग शासन स्तर तक की। डीएम डा. आदर्श सिंह ने पिछले साल 20 लाख 85 हजार रुपये का बजट स्वीकृत कर छतरी निर्माण व सुंदरीकरण कराया। सुंदरीकरण के चलते प्रतिमा को इस समय बरसाती से ढक दिया गया है। फिर भी प्रतिमा पर गुरु जी के साथ भरत लाल सिंह, रत्नेश कुमार, ओम प्रकाश, चंद्र प्रकाश गुप्त सहित अन्य ने पुष्पांजलि अर्पित की। गुरु जी ने कहा कि सरदार पटेल का जीवन हम सबको राष्ट्र की एकता-अखंडता के लिए त्याग करने की सीख देता है। प्रतिमा को भव्यता प्रदान किए जाने से यह स्थल शहर की शान बन गया है।

chat bot
आपका साथी