आज खुलेगा 599 प्रत्याशियों की किस्मत का ताला
बाराबंकी पंचायतों की मतगणना के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मतगणना 14 जून की सुबह
बाराबंकी : पंचायतों की मतगणना के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मतगणना 14 जून की सुबह आठ बजे से शुरू कर दी जाएगी। सभी एजेंट लगाई गई जाली के बाहर ही खड़े रहेंगे। हर ब्लाक स्तर पर दो से तीन मेजें रखी गई है, जिले भर में 42 मेजें लगाई गई हैं। गणना के दौरान सिर्फ एक उम्मीदवार या उसका एजेंट रह सकेगा। चुनाव मैदान में 599 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा। दस क्षेत्र पंचायत सदस्य, तीन ग्राम प्रधान और 272 ग्राम सदस्यों के पदों पर मतदान हुआ था।
ब्लाकों पर बने स्ट्रांग रूम परिसर से मतगणना शुरू हो जाएगी। बीडीसी, प्रधान व ग्राम सदस्य के पदों की एक साथ मतगणना कराई जाएगी। एक टेबल पर पर्यवेक्षक, तीन मतगणना सहायक, एक अतिरिक्त मतगणना सहायक तैनात किए गए हैं। प्रत्येक मेज पर पांच-पांच कुर्सियां लगाई जाएंगी। प्रत्येक ब्लाक पर तैनात कर्मचारियों का 10 प्रतिशत कर्मचारी आरक्षित रखे गए हैं। मतगणना के दौरान 50-50 की मतपत्रों की गड्डी बनाकर रखा जाएगा। अवैध मतपत्रों की गिनती के बाद वैध पत्रों की गणना की जाएगी। उम्मीद जताई जा रही है कि तीन बजे तक मतगणना पूरी हो सकती है। 599 उम्मीदवारों का भाग्य 164 मतपेटिकाओं में कैद हैं। ---------
फैक्ट फाइल
रिक्त पद-प्रत्याशी
ग्राम प्रधान के तीन-11
बीडीसी के 10-44
ग्राम सदस्य के 272-544 -------------
ब्लाक परिसर में उपचुनाव की मतगणना होगी। यहां आरओ और एआरओ के निर्देशन में मतगणना की पूरी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। मतगणना सोमवार की सुबह आठ बजे से शुरू कर दी जाएगी।
डा. राजेश कुमार, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी, बाराबंकी। ---------------- पंचायत चुनाव में अनुपस्थित शिक्षकों पर न हो कार्रवाई बाराबंकी : उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संध के जिलाध्यक्ष डा. राकेश सिंह ने त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन में अनुपस्थित कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने की मांग की है। प्रभारी बीएसए राजेश कुमार वर्मा को मांगपत्र भी दिया है।
उन्होंने कोरोना महामारी की भीषण त्रासदी के तथ्यात्मक और परिस्थितिजन्य बिदुओं को ध्यान में रखते हुए शिक्षकों की अनुपस्थिति पर मांगे गए स्पष्टीकरण पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की मांग की। उन्होंने कहा कि शिक्षकों ने अपनी जान जोखिम में डालकर पंचायत चुनाव सम्पन्न कराने में अपनी महती भूमिका का निर्वहन किया है। बहुत से शिक्षक जिला प्रशासन की पंचायत चुनाव की अव्यवस्थाओं चलते संक्रमित होकर दिवंगत हो गए है। यदि शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गई तो संगठन विरोध-प्रदर्शन करेगा।