अंग्रेजी में पहली एफआइआर, वादी तमिलनाडु के हरिप्रसाद
निरंकार जायसवाल बाराबंकी पहली दफा जिले में शनिवार की रात अंग्रेजी में एफआइआर दर्ज की
निरंकार जायसवाल, बाराबंकी
पहली दफा जिले में शनिवार की रात अंग्रेजी में एफआइआर दर्ज की गई है। इसके वादी बने हैं तमिलनाडु के हरिप्रसाद। मुकदमा होने के बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस की सक्रियता और व्यवहार पर खुशी जताई और पुलिसकर्मियों को थैंक्यू बोलकर चले गए।
तमिलनाडु के थेरुनालुवेली मोथानगेरी ईस्ट स्ट्रीट के रहने वाले हरिप्रसाद शनिवार रात परिवार के साथ लखनऊ से आयोध्या जा रहे थे। करीब दस बजकर 20 मिनट पर उन्होंने कंट्रोल रूम को सूचना दी कि कार सवार कुछ लोगों ने उन्हें बीच रोड पर रोक लिया है। कुछ ही देर में पीआरवी सहित नगर कोतवाल पंकज सिंह मय पुलिस बल मौके पर जा पहुंचे। तबतक आरोपित फरार हो चुके थे, लेकिन हरिप्रसाद ने कोतवाल से कहा कि वह मुकदमा दर्ज कराना चाहते हैं। हरिप्रसाद के साथ दो लोग टूटी फूटी हिदी बोल पा रहे थे। कोतवाली पहुंचने पर हरिप्रसाद ने अपने साथ हुई वारदात की तहरीर अंग्रेजी में दी। कोतवाल पंकज सिंह ने बताया कि पीड़ित गैर प्रांत का था पुलिस ने पूरा सहयोग करते हुए उसकी एफआइआर अंग्रेजी में ही दर्ज कर तत्काल उसे प्रति भी दे दी। ऐसा इसलिए भी किया गया ताकि वादी अपनी तहरीर में लिखे और रिपोर्ट दर्ज तथ्यों को ठीक से समझ सके। अंग्रेजी से स्नातक हैं ज्योति
यह मुकदमा कंप्यूटर पर टाइप करने वाली आपरेटर सिपाही ज्योति स्वयं अंग्रेजी में स्नातक हैं। वह बताती हैं कि हरिप्रसाद ने जो अंग्रेजी में प्रार्थना पत्र दिया था उसमें स्पष्ट लिखा हुआ था, जिससे कोई समस्या नहीं हुई। हालांकि, उसे अंग्रेजी टाइपिग नहीं आती है तो की-बोर्ड में लिखी अंग्रेजी वर्णमाला देखकर टाइप किया।
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अंग्रेजी में दर्ज यह एफआइआर भले ही जिले में पहली है, लेकिन भाषा की कोई बाध्यता नहीं है। मुकदमा दर्ज करने में स्थानीय अथवा अंग्रेजी भाषा का ही प्रयोग किया जाता है। एफआइआर के प्रारूप में हिदी और अंग्रेजी दोनों लिखा होता है। एक और प्रार्थना पत्र अंग्रेजी में आया है जिसकी अभी जांच चल रही है।
-यमुना प्रसाद, पुलिस अधीक्षक, बाराबंकी