देश में नाम, जर्जर सड़कें रोक रहीं काम

बृजेंद्र वर्मा त्रिवेदीगंज (बाराबंकी) मशहूर तो हुए हैं मगर जख्म हरे हैं..जी हां यह उस गांव की कहानी है जिसकी चर्चा पीएम मोदी ने की है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 01:32 AM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 01:32 AM (IST)
देश में नाम, जर्जर सड़कें रोक रहीं काम
देश में नाम, जर्जर सड़कें रोक रहीं काम

बृजेंद्र वर्मा, त्रिवेदीगंज (बाराबंकी)

मशहूर तो हुए हैं मगर जख्म हरे हैं..जी हां, यह हकीकत है खादी के मास्क बनाकर देश-दुनिया में चर्चा में आईं ग्राम पंचायत हसनपुर के स्वयं सहायता समूह की दीदियों की, जिनकी चर्चा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में की थी। इस गांव के नाम को भले ही दीदियों के काम ने दिलाया हो, पर गांव के किसानों ने भी औद्यानिक खेती के जरिये आय बढ़ाने का काम किया है। लेकिन, इस पंचायत के गांवों को मुख्य सड़क से जोड़ने वाली सड़कें जर्जर हैं। इससे ग्रामीणों की प्रगति प्रभावित हैं। गुरुदत्तखेड़ा गांव की सुमन देवी के प्रयासों को पीएम की सराहना मिलने के बाद ग्रामीणों में अन्य व्यवस्थाओं में भी सुधार की उम्मीद जगी है।

जर्जर सड़कें रोक रहीं रास्ता

गुरुदत्तखेड़ा गांव दहिला पोखरा मार्ग व अखैयापुर मार्ग से सीधे जुड़ा है। सड़क जर्जर होने से ग्रामीणों को गांव पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। डामरीकृत सड़क पर उड़ती धूल अर्से से सड़क की मरम्मत न कराए जाने की गवाही दे रही है। इसके अलावा नेवलपुर को जाने वाला एक किलोमीटर मार्ग कच्चा है। इससे लोगों का न सिर्फ आवागमन प्रभावित होता है बल्कि आलू, टमाटर, शिमला मिर्च, बैंगन को खरीदने व्यापारी नहीं पहुंच पाते हैं।

फाइलों में दबी रह गईं शिकायतें

खादी के मास्क बना प्रधानमंत्री की सराहना पा चुकीं वैष्णो स्वयं सहायता समूह की सुमन वर्मा का कहना है कि सड़क जर्जर होने से गांव का विकास नहीं हो पा रहा है। कई बार गिरकर लोग चोटिल हो चुके हैं। गुरुदत्तखेड़ा के अंकित वर्मा का कहना है कि सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे होने से ब्लॉक मुख्यालय से घर पहुंचने तक का सफर जोखिम भरा रहता है। मुख्यमंत्री से लेकर पीएमओ कार्यालय तक शिकायत कर चुका हूं। हसनपुर के अनिल वर्मा का कहना है कि ग्राम पंचायत के किसान औद्यानिक खेती करते हैं। सड़क खराब होने से व्यापारी फसल कम दामों में खेत से खरीदते हैं। नेवलपुर मजरे हसनपुर के सुशील वर्मा का कहना है कि सड़क पटाई में लगे ओवरलोड़ वाहनों के कारण सड़क चलने लायक नहीं रह गई है।

औद्यानिक खेती के लिए जाना जाता है गांव

हसनपुर ग्राम पंचायत के किसान औद्यानिक खेती के जरिये आय बढ़ा रहे हैं। यहां के धर्मेंद्र कुमार, रामसरन व लल्लन जहां टमाटर और मिर्च की खेती करते हैं वहीं सुधीर शिमला मिर्च व बैंगन की खेती करते हैं। इनका कहना है कि गांव को जोड़ने वाली सड़कों की बदहाली से व्यापारी कम दामों पर खेतों की फसल की खरीदारी करते हैं।

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गांव की सड़कों की हालत संबंधित विभाग से दिखवाई जाएगी। संबंधित विभाग की टीम की रिपोर्ट के मुताबिक सड़क की मरम्मत या निर्माण कार्य करवाया जाएगा।

-डॉ. आदर्श सिंह, डीएम, बाराबंकी।

फैक्ट फाइल

ग्राम पंचायत हसनपुर की आबादी : 3500

हसनपुर पंचायत में शामिल गांव : गुरुदत्तखेड़ा, नवलपुर, पूरे दरियांव व हसनपुर। गुरुदत्तखेड़ा की आबादी : 500

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