किलकारियों से गूंज उठी इन मां की गोद

मां शब्द में पूरी कायनात समाई है। मगर यह दुनिया तब तक

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 11:21 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 11:21 PM (IST)
किलकारियों से गूंज उठी इन मां की गोद
किलकारियों से गूंज उठी इन मां की गोद

बाराबंकी : मां शब्द में पूरी कायनात समाई है। मगर, यह दुनिया तब तक अधूरी है जब तक इसे पुकारने वाला न हो। पिछले दो महीने में सूरतगंज क्षेत्र के सात डिलीवरी प्वाइंट (प्रसव केंद्र) में तीन सौ से ज्यादा महिलाओं को इस जादुई शब्द को सुनने का मौका मिला है। पिछले साल भी यहां तीन हजार से अधिक प्रसूताओं की सूनी गोद किलकारियों से गूंज उठी है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूरतगंज के साथ तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र छेदा, मोहम्मदपुर खाला व भिटौली एवं तीन उपकेंद्र बिझला, भैरमपुर व रानीगंज कुल सात प्रसव केंद्र (डिलीवरी प्वाइंट) पर प्रतिमाह सैकड़ों प्रसूताओं को नार्मल प्रसव कराया जाता है। पिछले वर्ष एक अप्रैल से 31 मार्च तक यहां 3830 प्रसूताओं की नार्मल डिलीवरी हुई। जबकि, एक अप्रैल से अब तक 371 सुरक्षित प्रसव स्टाफ नर्सों व एएनएम के माध्यम से प्रसव सफलतापूर्वक कराया गया है। शनिवार की रात बच्चों के जन्म लेने पर कई महिलाओं को मातृ दिवस पर मातृत्व का सुख मिला है। केस एक- एएनएम निशा देवी ने बताया कि बनर्की निवासी विजय कुमार की पत्नी ममता ने बेटी को जन्म दिया। केस दो- रिक्षली के शिवकुमार की पत्नी किरन ने बेटी को जन्म दिया है तो इनके घर खुशियों का अंबार लग गया। शायद पहली बार ही इनकी गोद बच्चों से भर गई थी। केस तीन- रायपुर के रहीस अहमद की पत्नी प्रिसा ने बेटी को जन्म दिया। इनका घर भी बच्चों की किलकारियों से गूंज उठा। केस चार-चैनपुरवा के करन की पत्नी ननकई ने जब बेटे को जन्म दिया। सभी के मुंह से यही बात सुनने को मिल रही थी कि इनकी भी सूनी गोद अब बच्चों से भर गई।

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सात केंद्रों पर प्रति माह सैकड़ों प्रसूताओं की डिलीवरी स्टाफ कर्मचारियों से सफलतापूर्वक संपन्न कराई जाती है। कुछ प्रसूताओं को छोड़कर सभी की सूनी गोद किलकारियों से गूंज उठती है।

डा. राजर्षि त्रिपाठी

प्रभारी सीएचसी, सूरतगंज, बाराबंकी।

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