पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर लेखपालों ने किया प्रदर्शन

तीन रुपये तैंतीस पैसे वाहन भत्ता में कैसे काम करें लेखपाल

By JagranEdited By: Publish:Wed, 11 Dec 2019 12:26 AM (IST) Updated:Wed, 11 Dec 2019 06:03 AM (IST)
पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर लेखपालों ने किया प्रदर्शन
पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर लेखपालों ने किया प्रदर्शन

बाराबंकी : पुरानी पेंशन बहाली व वेतन विसंगतियां दूर किए जाने सहित आठ सूत्री मांगों को लेकर राजस्व लेखपाल संघ के बैनर तले मंगलवार से जिले के लेखपालों ने तीन दिवसीय हड़ताल शुरू कर धरना दिया। धरने के चलते जाति, आय, निवास प्रमाण पत्र, किसान सम्मान योजना व धान खरीद के लिए अभिलेखों का सत्यापन आदि कार्य बाधित रहे।

तहसील नवाबगंज में धरने को संबोधित करते हुए लेखपाल संघ अध्यक्ष सुनील कुमार शुक्ल ने पूछा कि गांव से तहसील के अलावा अन्य विभागों से संबंधित कार्यों के निष्पादन की जिम्मेदारी भी लेखपालों को दी जाती है। लेकिन, वाहन भत्ता के नाम पर आज भी तीन रुपये तैंतीस पैसे साइकिल भत्ता दिया जाता है। मुख्यमंत्री ही बताएं कि क्या तीन रुपये तैंतीस पैसे के वाहन भत्ता में काम कर पाना संभव है? उन्होंने कहा कि कम से कम 100 रुपये प्रतिदिन की दर से वाहन भत्ता दिया जाना चाहिए। इसके अलावा वेतन विसंगतियों को दूर करने, जनगणना, मतदाता पुनीक्षण कार्य सहित अन्य कार्यों के लिए अलग से मानदेय दिए जाने, स्टेशनरी भत्ता, पद नाम परिवर्तन, कैडर रिब्यू की मांगें पूरा करने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि लेखपालों की समस्याओं के प्रति सरकार की संवेदनहीनता दिखाई दे रही है। मगर इस बार हम अपनी मांगे मनवाकर ही रहेंगे।

धरने में तहसील अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह, इमरान अहमद, कमलेश शर्मा, ह्दयराम, उमेश सिंह, राघवेंद्र सिंह, महेश, राजेश तिवारी, मयंक आदि शामिल रहे। इसी तरह रामसनेहीघाट तहसील में अश्विनी मिश्र व दीपचंद्र यादव, सिरौली गौसपुर में सेतु बंधु व राकेश तिवारी, रामनगर में लक्ष्मीनरायन, फतेहपुर में संजय रावत व हैदरगढ़ तहसील में राम यज्ञ सरोज के नेतृत्व में धरना दिया गया।

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