हाईवे पर चला अभियान, 20 बसें सीज, 166 का चालान
रामसनेहीघाट में हुए भीषण हादसे की एक वजह डबल डेकर बस पर क्षमता से अधिक सवारियां होना भी रहा है।
बाराबंकी : रामसनेहीघाट में हुए भीषण हादसे की एक वजह डबल डेकर बस पर क्षमता से अधिक सवारियां होना भी रहा है। यह बात सामने आने के बाद मानकों का उल्लंघन कर संचालित बसों पर कार्रवाई के लिए गुरुवार की रात 10 बजे से छह बजे तक सघन चेकिग अभियान चलाया गया। इस दौरान बिना परमिट, परमिट शर्ताें का उल्लंघन, ओवरलोडिग, बिना ड्राइविग लाइसेंस सहित विभिन्न नियमों की अनदेखी करने पर 166 बसों का चालन किया गया और 20 बसें सीज की गईं। सीज की बसें बिना परमिट और आवश्यक कागजात के फर्राटा भर रही थीं।
एआरटीओ प्रशासन पंकज सिंह ने बताया कि डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर एवं जांच अधिकारी निर्मल प्रसाद के नेतृत्व में अहमदपुर, मोहम्मदपुर, गोसाईगंज, अवध चौराहा, आगरा एक्सप्रेस-वे, बीकेटी आदि जगहों पर चेकिग अभियान चलाया गया था। नगर कोतवाली के मोहम्मदपुर चौकी के पास एआरटीओ राहुल श्रीवास्तव के नेतृत्व में चेकिग अभियान चलाया गया। यहां चेकिग की जानकारी पर वाहन चालकों ने रफ्तार बढ़ाई तो निरीक्षण पर निकले डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के निर्मल प्रसाद उच्चाधिकारियों से अनुमति लेकर अहमदपुर टोल प्लाजा तक जाकर वाहनों के खिलाफ कार्रवाई कराई। इनसेट : जांच के दौरान की गई कार्रवाई -आगरा एक्सप्रेस-वे टोल प्लाजा के पास एआरटीओ लखनऊ अमित राजन राय एवं सीतापुर के एआरटीओ उदित नारायण ने 41 बसों का चालान और दो सीज किए।
-सुलतानपुर रोड पर गोसाईगंज के पास एआरटीओ रायबरेली मनोज कुमार सिंह एवं यात्रीकर अधिकारी आभा त्रिपाठी ने 14 बसों का चालान और एक बस सीज की।
-बाराबंकी के मोहम्मदपुर चौकी के पास एआरटीओ राहुल श्रीवास्तव एवं यात्रीकर अधिकारी योगेंद्र यादव ने 62 बसों का चालान और दो सीज किए। -लखनऊ-कानपुर रोड पर एआरटीओ उन्नाव अरविद सिंह एवं यात्रीकर अधिकारी लखनऊ के आशुतोष उपाध्याय ने 31 बसों का चालान किया गया और दो बसें सीज की की।
-अवध चौराहा व उसके आसपास तथा आइआइएम से इटौंजा लखनऊ तक चेकिग अभियान एआरटीओ लखनऊ अंकिता शुक्ला एवं एआरटीओ बाराबंकी सर्वेश गौतम ने चलाया। 18 बसों का चालान, पांच सीज किए गए।