जलस्त्रोतों के संरक्षण के लिए प्रत्यनशील है सरकार

-कल्याणी नदी के पुनरुद्धार कार्य के द्वितीय चरण का शुभारंभ पर बोले विधायक साकेंद्र प्रताप वर्मा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 12:33 AM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 12:33 AM (IST)
जलस्त्रोतों के संरक्षण के लिए प्रत्यनशील है सरकार
जलस्त्रोतों के संरक्षण के लिए प्रत्यनशील है सरकार

बाराबंकी : कल्याणी नदी के पुनरुद्धार कार्य के द्वितीय चरण का शुभारंभ शनिवार को फतेहपुर ब्लॉक के टांडा निजाम अली व निदूरा ब्लॉक के ग्राम बुढ़ना में विधायक साकेंद्र प्रताप वर्मा ने नारियल फोड़कर किया। फावड़े से मिट्टी की खोदाई भी की।

विधायक ने पहले टांडा निजाम अली गांव के निकट कल्याणी नदी के तट पर सिल्ट सफाई कार्य का शुभारंभ के मौके पर कहा कि भाजपा सरकार जलस्त्रोतों के संरक्षण के लिए प्रत्यनशील है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विलुप्त हो रही नदियों का पुनरुद्धार मनरेगा से कराए जाने का विकल्प निकाला। कल्याणी नदी की सफाई का शुभारंभ पिछले साल कोरोना काल में ग्राम मवइया से शुरू हुआ था जिसमें प्रवासी श्रमिकों ने भी बढ़चढ़कर हिस्सेदारी निभाई थी। मनरेगा से अब पूरी नदी को साफ कराकर प्राकृतिक स्वरूप प्रदान करने की दिशा में किए जा रहे कार्य के लिए विधायक ने डीएम डॉ. आदर्श सिंह, एसडीएम पंकज सिंह सहित ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को सहारा। विधायक ने यह भी कहा कि मनरेगा से सिल्ट सफाई काम में न सिर्फ नदी का प्राकृतिक स्वरूप बहाल होगा बल्कि श्रमिकों को गांव में ही रोजगार भी मिलेगा। नदी के किनारे के खेतों को जलभराव से मुक्ति मिलने से फसलें भी अच्छी होंगी। टांडा निजाम अली गांव में कल्याणी नदी को 800 मीटर साफ किया जाना है इस काम की कुल लागत 7.17 लाख रुपये है। शनिवार 32 श्रमिक काम पर लगे। बीडीओ हेमंत यादव ने बताया कि नौ ग्राम पंचायतों में 7.7 किमी नदी की सफाई होनी है जिसकी अनुमानित लागत 70 लाख रुपये है।

बुढ़ना गांव में बीडीओ निदूरा मुनेश चंद्र ने बताया कि ब्लॉक के 29 गांवों में कल्याणी नदी का हिस्सा आता। सफाई के बाद दोनों तटों पर पौधारोपण कराया जाएगा। इस मौके पर सीडीओ एकता सिंह, डीसी मनरेगा नरेंद्र देव सिंह, सीतापुर सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता विशाल कोरवाल, बृजकिशोर कुशवाहा, व राम छवि गुप्ता सहित अन्य मौजूद रहे।

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