हाईवे पर अपने भरोसे चलिए, एनएचएआइ के नहीं
बाराबंकी अगर आप हाईवे पर जा रहे हैं तो वाहन खराब होने पर एनएचएआइ की पेट्रोलिग टीमउदासीन रहती है।
बाराबंकी : अगर आप हाईवे पर जा रहे हैं तो वाहन खराब होने पर एनएचएआइ की पेट्रोलिग टीम के भरोसे मत रहिए। उनसे आपको समय से मदद नहीं मिल पाएगी। पेट्रोलिग न होने से 27 जुलाई को रामसनेहीघाट में हाईवे पर चार घंटे से खराब बस हादसे का शिकार हो गई थी, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बावजूद पेट्रोलिग में तेजी आना तो दूर रेस्पांस टाइम में सुधार नहीं हो सका है। शुक्रवार को हाईवे पर खराब हुए वाहनों को एनएचएआइ से मदद नहीं मिल सकी। उधर, एनएचएआइ के परियोजना निदेशक गुंजन का कहना है कि पेट्रोलिग दस्ता जब निकलता है तो लंबी दूरी तक जाता है। ऐसी स्थिति में पहुंचने में देरी हो सकती है।
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केस एक-
अयोध्या हाईवे पर रामसनेहीघाट के मोहम्मदपुर कीरत के पास एक ट्रक खराब हो गया। दोपहर करीब 12 बजकर 47 मिनट पर चालक शिवनाथ ने 8932800800 पर फोन करके मदद मांगी। सात किलोमीटर दूर अहमदपुर टोल प्लाजा से क्रेन को पहुंचने में 25 मिनट का समय लग गया, तब तक चालक निजी प्रयासों से ट्रक को ठीक करवाकर रवाना हो गया था। केस दो :
नरोखर मोड़ के पास एक ट्रक कानपुर से दूध का पाउडर लेकर जा रहे ट्रक का टायर पंक्चर हो गया। चालक नीरज ने बताया कि ़फास्ट लेन में ट्रक होने के कारण हेल्पलाइन नंबर पर सेफ्टी के लिए मदद मांगी। पेट्रोलिग टीम के काफी देर तक न पहुंचने पर चालक ने ईंट व झाड़ियां हाईवे पर खुद ही रख दीं। केस तीन :
दिलोना बाईपास मोड़ पर डीसीएम के खराब होने की सूचना शाम साढ़े तीन बजे मोबाइल नंबर 70075820845 से मोबाइल नंबर 8932800800 पर दी गई।
एक घंटे बाद भी पेट्रोलिग टीम से कोई मदद नहीं मिली।
केस चार :
खरसतिया के राजू त्रिवेदी की इनोवा लखनऊ-सुलतानपुर हाईवे पर खराब हो गई। उन्होंने शाम चार बजकर 45 मिनट पर अपने मोबाइल फोन 8318054338 पर सड़क सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर 1033 पर कॉल करके सूचना दी। लोकेशन और अन्य जानकारी लेने के बाद गाड़ी ठीक कराने में मदद से हाथ खड़े कर दिए गए।