कोरोना से पांच की मौत, 540 और मिले संक्रमित

जांच में 540 और मिले कोरोना संक्रमित 1800 को लगाया गया कोरोना रोधी टीका।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 11:34 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 11:34 PM (IST)
कोरोना से पांच की मौत, 540 और मिले संक्रमित
कोरोना से पांच की मौत, 540 और मिले संक्रमित

बाराबंकी : जिले में कोरोना का कहर लगातार जारी है। कोरोना संक्रमित पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि चार बजे तक हुई जांच में 540 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं, जबकि 222 लोग स्वस्थ हुए। वहीं, जिले के 37 अस्पतालों में 1800 लोगों को कोरोनारोधी टीका लगाया गया।

पांच की मौत : सीडीओ के स्टेनो राजेश कुमार सिंह के पिता देव शरन सिंह कोविड पाजिटिव थे। इनका इलाज मेयो अस्पताल में चल रहा था। शुक्रवार की सुबह इनका निधन हो गया। वहीं, विकास भवन में स्थित कृषि विभाग कार्यालय में कार्यरत कनिष्ठ सहायक 22 वर्षीय अश्वनी वर्मा की मौत हो गई। त्रिवेदीगंज क्षेत्र के अमरनाथ व सद्दीपुर के एहरार की मौत हो गई। यह दोनों पाजिटिव मिले थे। इसके अलावा मेयो अस्पताल में इलाज के दौरान एक वृद्ध की मौत हो गई।

कोरोना की जांच में 540 लोग शाम चार बजे तक कोरोना पाजिटिव मिले हैं। शहर के आवास-विकास, लक्ष्मणपुरी कालोनी, देवा रोड, भीतरी पीर बटावन, कटरा, गुलरियागार्दा में तीन-तीन लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। बड़ेल में आठ लोग पाजिटिव मिले हैं। सीएमओ कार्यालय के निकट हुई जांच में 80 लोग पाजिटिव मिले हैं।

37 जगहों पर 1800 को लगा टीका :

जिला चिकित्सालय, जिला महिला अस्पताल, जिला कारागार सहित कुल 37 अस्पतालों में कोरोना रोधी टीका लगाया गया। 3700 के लक्ष्य के सापेक्ष 1800 को कोरोनारोधी टीका लगाया गया।

निधन पर शोक :

सीडीओ के स्टेनो राजेश कुमार सिंह के पिता देव शरन सिंह व विकास भवन में स्थित कृषि विभाग कार्यालय में कार्यरत कनिष्ठ सहायक 22 वर्षीय अश्वनी वर्मा के निधन पर शरीरिक दूरी का पालन करते हुए विकास भवन में शोक सभा हुई। इसमें परिषद के अध्यक्ष मुस्तफा खान, गरिमा श्रीवास्तव, गौरव वर्मा, ललित चौधरी, हंसराज यादव, कुरेश अहमद, जय प्रकाश वर्मा, आरपी यादव, मोतीलाल, अंसार फातिमा, आभा वर्मा मौजूद रहे।

केवीके बंद :

हैदरगढ़ : कोरोना संक्रमण से एक कृषि वैज्ञानिक के निधन व अन्य कृषि वैज्ञानिक संक्रमण की चपेट में आ जाने के बाद हैदरगढ़ स्थित कृषि विज्ञान केंद्र बंद है। केवीके पर आने वाले किसानों की सुविधा के लिए गेट पर कृषि वैज्ञानिकों के मोबाइल नंबर चस्पा कर दिए गए हैं। ताकि उन्हें निराश न लौटना पड़े।

chat bot
आपका साथी