सरयू में छोड़ा गया साढ़े पांच लाख क्यूसेक पानी, मचेगी तबाही
नेपाल के पहाड़ी इलाकों व स्थानीय स्तर पर अत्यधिक बारिश का असर जिले में पड़ेगा। वनवसा बांध से पांच लाख 47 हजार क्यूसेक पानी मंगलवार को छोड़ा गया है।
बाराबंकी : नेपाल के पहाड़ी इलाकों व स्थानीय स्तर पर अत्यधिक बारिश का असर जिले में पड़ेगा। वनवसा बांध से पांच लाख 47 हजार क्यूसेक पानी मंगलवार को छोड़ा गया है। यह पानी बुधवार की दोपहर बाद से गुरुवार तक तबाही मचाएगा। करीब 100 से ज्यादा गांव प्रभावित होंगे। खतरे के निशान 106.070 मीटर के सापेक्ष जलस्तर 107.200 मीटर से ऊपर पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। इससे सरयू के तटवर्ती इलाकों में खलबली मच गई है। तटवर्ती गांवों के लोगों को अलर्ट किया जा रहा है। डीएम डा. आदर्श सिंह ने बाढ़ कंट्रोल रूम का नंबर 05248-226017 फिर सक्रिय कर दिया है। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देशित किया है कि वह अपने-अपने क्षेत्र में बाढ़ व बारिश से होने वाली समस्याओं के प्रति सजग रहें।
अधिशाषी अभियंता बाढ़ कार्य खंड शशिकांत सिंह ने वनवसा बांध से पानी छोड़े जाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में इस तरह पानी छोड़ा गया था। तटवर्ती गांवों के लोगों को अर्लट करने के साथ ही तटबंधों को बचाने की कोशिश में विभाग की टीम लग गई है। कटान प्रभावित स्थानों सिरौलीगौसपुर के तेलवारी, गोबरहा, रामनगर के कोरिनपुरवा सहित अन्य स्थानों पर कड़ी निगरानी की जा रही है। वह स्वयं क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं। बढ़ने लगा सरयू का जलस्तर : बारिश के चलते सरयू नदी का जलस्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है। एसडीएम रामनगर राजीव शुक्ल ने सभी अधीनस्थ कर्मचारियों को अलर्ट किया है कि वह नदी के किनारे बाढ़ संभावित स्थानों को छोड़ दें।
बारिश से खेतों में बर्बाद हो रही फसलें : दो दिन से लगातार हो रही बारिश से खेतों लगी फसलें गिर गईं। वहीं जिन किसानों ने फसल को काट दिया था। वह भी पानी भरने से परेशान हैं। हैदरगढ़ के ग्राम तारागंज के किसान भगवानदास तिवारी, मानपुर के श्रवण कुमार, दांदूपुर के कमलेश सिंह, ग्राम गोतौना के अशोक सिंह, ग्राम संसारा के मंशाराम यादव, पूरे केरहन के हरीराम पाल, गोसूपुर के अनुज द्विवेदी, भिखरा के राम सिंह, हरिपालपुर के योगेंद्र मिश्र व रानीपुर के किसान मोहित मिश्र सहित अन्य की फसलें खेतों में कटी पड़ी हैं।