अब बच्चों का शैक्षिक स्तर तय करेगा शिक्षकों का भविष्य

संसू बहराइच बेसिक शिक्षा स्कूलों की पढ़ाई किसी से छिपी नहीं है। 25 फीसद विद्यालयों को छोड़ दें तो 75 फीसद विद्यालयों में बच्चों का शैक्षिक स्तर बेहद खराब है। इसकी मुख्य वजह स्कूल के शिक्षक हैं जो बच्चों को शिक्षा देने में रुचि नहीं ले रहे हैं। अब परिषदीय विद्यालयों में काम चलाऊ शिक्षा मुहैया कराने वाले शिक्षकों की खैर नहीं है। बच्चों के शैक्षिक स्तर से ही शिक्षकों की भविष्य निधि तय होगी। वैकल्पिक परीक्षा कराई जाएगी। परिणाम के आधार पर विभाग कदम उठाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Oct 2019 09:55 PM (IST) Updated:Thu, 17 Oct 2019 09:55 PM (IST)
अब बच्चों का शैक्षिक स्तर तय करेगा शिक्षकों का भविष्य
अब बच्चों का शैक्षिक स्तर तय करेगा शिक्षकों का भविष्य

संसू, बहराइच: बेसिक शिक्षा स्कूलों की पढ़ाई किसी से छिपी नहीं है। 25 फीसद विद्यालयों को छोड़ दें तो 75 फीसद विद्यालयों में बच्चों का शैक्षिक स्तर बेहद खराब है। इसकी मुख्य वजह स्कूल के शिक्षक हैं, जो बच्चों को शिक्षा देने में रुचि नहीं ले रहे हैं। अब परिषदीय विद्यालयों में काम चलाऊ शिक्षा मुहैया कराने वाले शिक्षकों की खैर नहीं है। बच्चों के शैक्षिक स्तर से ही उनकी भविष्य निधि तय होगी। वैकल्पिक परीक्षा कराई जाएगी। परिणाम के आधार पर विभाग कदम उठाएगा।

जिले में 1054 पंचायतें हैं। इनमें 3553 परिषदीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के 95 फीसद बच्चों के शिक्षा परिषदीय विद्यालयों पर ही टिकी है। वर्तमान में 4.70 लाख बच्चे अध्ययनरत हैं। इन स्कूलों में शिक्षा विभाग अभिनव पहल करने जा रहा रहा है। कांवेंट की तर्ज पर अंग्रेजी माध्यम से स्कूल संचालन किया जा रहा है। अब बच्चों के शैक्षिक स्तर के मूल्यांकन का फैसला किया गया है। आठ नवंबर को मंडल स्तरीय वैकल्पिक परीक्षा आयोजित होगी। इसमें पाठ्यक्रम आधारित 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। ओएमआर शीट का प्रयोग किया जाएगा। यह परीक्षा दो घंटे की होगी। परीक्षा परिणाम के आधार पर बच्चों का शैक्षिक बेसलाइन व स्कूल की ग्रेडिग निर्धारित की जाएगी। अपेक्षित परिणाम न आने पर शिक्षकों का इंक्रीमेंट, स्थानांतरण समेत कई तरह की सेवाएं बाधित होगी। कॉपी मूल्यांकन को मिलेंगे तीन रुपये

राज्य परियोजना निदेशालय की ओर से परीक्षा के लिए बजट भी आवंटित कर दिया गया है। हर बीआरसी को दो-दो हजार रुपये दिए गए हैं। इनमें कॉपी मूल्यांकन के लिए तीन रुपये व प्रश्न-पत्र के लिए प्रति छात्र चार रुपये मिलेंगे। बोर्ड की तर्ज पर होगी परीक्षा

बीएसए एसके तिवारी ने बताया कि बोर्ड की तर्ज पर परीक्षा कराई जाएगी। प्रधान शिक्षक, शिक्षकों के मध्यम प्रश्न-पत्र खोलेंगे। दूसरे विद्यालय के शिक्षक कक्ष निरीक्षक का कार्य देखेंगे। निगरानी के लिए तीन टीमें तैनात की गई हैं। एडी बेसिक खुद भी 15 स्कूलों का निरीक्षण करेंगे।

chat bot
आपका साथी