बदले कलेवर में नजर आ रहा जिला चिकित्सालय
मुख्यालय स्थित रफी अहमद किदवई जिला चिकित्सालय अब बदले कलेवर में नजर आ रहा है। इको फ्रेंडली बनाने के लिए यहां पौधे रोपे गए हैं और उनकी सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड भी लगाए गए हैं।
वी. राजा, बाराबंकी :
मुख्यालय स्थित रफी अहमद किदवई जिला चिकित्सालय अब बदले कलेवर में नजर आ रहा है। इको फ्रेंडली बनाने के लिए यहां पौधे रोपे गए हैं और उनकी सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड भी लगाए गए हैं। ओपीडी व वार्डों का पता बताने के लिए आकर्षक रंग-बिरंगे स्टीकर भी लगाए गए हैं। बच्चों के वार्ड को पूरी तरह इको फ्रेंडली बना दिया गया है। दवा काउंटर कक्ष के बाहर गमलों को भी रखा गया है। ओपीडी के पास लगाए गए स्टीकर : चिकित्सालय आने वाले मरीजों को पर्चा बनाने के बाद जिस चिकित्सक को ओपीडी में दिखाना होता था वह ओपीडी ढूंढते थे। अब ओपीडी के पास ही स्टीकर लगाए जाने से मरीजों की यह दिक्कत कम हो गई है। ऐसा होने से बाल रोग विशेषज्ञ, सर्जन, चर्मरोग, फिजीशियन, नेत्र ओपीडी तक मरीज आसानी से पहुंच सकता है।
बच्चों का वार्ड बना आकर्षण का केंद्र : सीएमएस डा. बृजेश कुमार की पहल पर जिला चिकित्सालय में बच्चों के वार्ड को सबसे अधिक आकर्षक बनाया गया है। यहां पर कार्टून व बेहतर चित्रों के माध्यम से दीवारों को सजाया गया है। साथ ही बच्चों की फोटो भी वार्ड में लगाई गई है। पोषण पुनर्वास केंद्र, बच्चों का डेंगू वार्ड को बहुत सुंदर ढंग से सजाया गया है। यही नहीं अस्पताल के मुख्य गेट पर भी नया इलेक्ट्रानिक बोर्ड लगाया गया है।
इनसेट मेरा यही प्रयास रहेगा जिला चिकित्सालय पूरी तरह से लकदक हो। साफ सफाई के साथ वार्डों को बेहतर ढंग से सजाया गया है। जो भी मरीज यहां भर्ती हो उसे बेहतर इलाज के साथ यहां का वातावरण भी अच्छा लगे और वह जल्द ही स्वस्थ हो जाए। डा. बृजेश कुमार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला चिकित्सालय, बाराबंकी।