मधुमक्खी पालन कर आत्मनिर्भर बनेंगी चैनपुरवा की महिलाएं

स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर बनने के लिए मधुमक्खी पालन करेंगी।राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत समूह की महिलाओं को एक दिवसीय मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण देवा ब्लाक के रजौली स्थित शहद प्लांट पर दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 11:12 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 11:12 PM (IST)
मधुमक्खी पालन कर आत्मनिर्भर बनेंगी चैनपुरवा की महिलाएं
मधुमक्खी पालन कर आत्मनिर्भर बनेंगी चैनपुरवा की महिलाएं

बाराबंकी : स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर बनने के लिए मधुमक्खी पालन करेंगी।राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत समूह की महिलाओं को एक दिवसीय मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण देवा ब्लाक के रजौली स्थित शहद प्लांट पर दिया गया। इसमें तीन ब्लाकों के समूह सम्मिलित हुए। सीडीओ एकता सिंह ने कहा कि स्वयं सहायता समूह महिलाओं को रोजगार से जोड़ने का सशक्त माध्यम हैं। समूह की महिलाएं मधुमक्खी पालन से अच्छी कमाई कर सकती हैं। समूह के माध्यम से उत्पादित शहद की खरीदारी मार्केटिग एजेंसी करेगी, जिससे विपणन की भी समस्या नहीं होगी। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के उपायुक्त बीके मोहन ने कहा कि जिले में करीब दो हजार महिलाओं को इसका प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार से जोड़ा जाएगा। निमित कुमार ने महिलाओं को मधुमक्खी पालन की विधि, लागत, देखभाल और विपणन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। सीडीओ ने चैनपुरवा के पांच समूहों को साढ़े पांच लाख रुपये की धनराशि स्वीकृति का प्रमाणपत्र भी सौंपा। इस दौरान चैनपुरवा, देवा और फतेहपुर के स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं शामिल हुईं। बीडीओ फतेहपुर आलोक कुमार, ग्राम प्रधान रजनी देवी, आमिर हनीफ आदि मौजूद रहे।

प्रधानों को दी ट्रेनिग : मसौली : केंद्र एवं राज्य सरकार से संचालित विभिन्न विकास योजनाओं को धरातल पर लाने के लिए बुधवार को नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों का एक दिवसीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण ब्लाक मुख्यालय पर सीडीओ एकता सिंह ने दिया। उन्होंने कहा कि सभी योजनाओं का क्रियान्वयन ग्राम प्रधानों के माध्यम से ही होना है, जिन्हें पहले अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना बहुत जरूरी है। जिला विकास अधिकारी अजय कुमार पांडेय ने ग्राम पंचायत की समितियों के अधिकारों एवं उनके दायित्वों की जानकारी दी।

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