केंद्रीय टीम ने किया बाढ़ से नुकसान का आंकलन
जिले के 87 गांव इस बार बाढ़ से हुए थे प्रभावित। एक महीने से ज्यादा जलभराव रहने से नष्ट हो गईं अधिकांश फसलें।
बाराबंकी : सरयू नदी की बाढ़ से हुए नुकसान का आंकलन शनिवार को केंद्रीय टीम ने किया। बाढ़ प्रभावित गांवों में पहुंचकर पीड़ितों से बात की। फसल, खेत व घरों को हुए नुकसान के बारे में जाना।
केंद्रीय टीम के संयुक्त सचिव के रूप में अपर गंगा परियोजना के निदेशक बीसी विश्वकर्मा के के साथ उप सचिव ग्रामीण मंत्रालय शैलेश कुमार व अधिशासी अभियंता रोड ट्रांसपोर्ट आशीष कुमार ने ग्रामीणों के अलावा अधिकारियों से भी बात की। सिरौलीगौसपुर क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित ग्राम तेलवारी, गोबरहा, करौनी, बसंतपुर, लोड़ेमऊ व इटहुआ का भ्रमण किया। बाढ़ में क्षतिग्रस्त रास्तों को भी देखा।
तेलवारी गांव में कटान से दो दर्जन परिवारों के बेघर होने की समस्या भी जानी। गोबरहा गांव में कटान के मुहाने पर आए एक ग्रामीण के घर को खाली करने के लिए कहा। टीम के साथ एडीएम संदीप कुमार गुप्ता, एसडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण अजय कुमार भी मौजूद रहे।
केंद्रीय टीम ने सूरतगंज क्षेत्र के हेतमापुर, सुंदरनगर, कोडरी, सरसंडा, लालपुरवा, कचनापुर सहित आसपास के गांवों में बाढ़ से नुकसान का जायजा लिया।
टिकैतनगर : एसडीएम रामसनेहीघाट दिव्यांशु पटेल ने तहसीलदार तपन कुमार मिश्र के साथ पूरेडलई ब्लॉक क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांव कमियांर, करोनी, ईटहुआ पश्चिम, मल्लाहन पुरवा गौरी का पुरवा, गोबरहा, तेलवारी, गिदरापुर, अतरसुइया उमरहरा, सेमरी,बसंतपुर असवा मांझा रायपुर मांझा व परसावल का निरीक्षण किया।
सेमरी गांव पहुंच कर रपटा पुल की स्थिति देखी यहां पर पुल बह गया है। उमरहा में ग्रामीणों ने बताया कि फसलें नष्ट हो गई। दो दर्जन लोगों को अपने घर उजाड़ने पड़े।