सूरत से एंबुलेंस में लाया गया शव, 16 घंटे बाद उतारा

गुजरात सूरत में 18 दिन पहले नौकरी करने गए एक युवक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। सूरत से शव मृतक के साथी गांव पहुंचे तो स्वजनों ने शव लेने से इन्कार करते हुए एंबुलेंस सहित उन लोगों को बंधक बना लिया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 10:25 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 10:25 PM (IST)
सूरत से एंबुलेंस में लाया गया शव, 16 घंटे बाद उतारा
सूरत से एंबुलेंस में लाया गया शव, 16 घंटे बाद उतारा

बाराबंकी : गुजरात सूरत में 18 दिन पहले नौकरी करने गए एक युवक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। सूरत से शव मृतक के साथी गांव पहुंचे, तो स्वजनों ने शव लेने से इन्कार करते हुए एंबुलेंस सहित उन लोगों को बंधक बना लिया। मृतक के परिवारजन उसके साथियों पर शराब के लिए पैसे न देने पर हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे थे। इस दौरान करीब 16 घंटे तक शव एंबुलेंस में रखा रहा। आरोप यह भी है कि अंतिम संस्कार न करने को लेकर पुलिस व आरोपितों ने पीड़ित पक्ष की पिटाई भी की। दरियाबाद ब्लाक के कोटवा मजरे श्यामनगर गांव अयोध्या जिले के पटरंगा थाना क्षेत्र में है। इस गांव के दिलीप कनौजिया (18) 11 जून को सूरत में कपड़ा की कढ़ाई फैक्ट्री में काम करने गया था। मृतक की बहन राजकुमारी का आरोप है कि सूरत में कुछ लोग दिलीप को पीटते थे। 16 जून को शराब के लिए पैसे मांगे न दे पाने पर उसे फिर पीटा और रुपये छीन लिया, जिसकी जानकारी फोन पर उसने दी थी, उसने वापस आने के लिए पैसे भेजने को कहा था नहीं तो वह लोग जान से मार देंगे। इस घटना के दूसरे दिन ही दिलीप की हत्या कर शव फंदे पर लटका दिया गया। स्वजनों का आरोप है कि एंबुलेंस पहले पटरंगा थाने आई, कई घंटे बाद रात आठ बजे एंबुलेंस गांव पहुंची तो यहां पर मुकदमा करने की मांग करते हुए लोगों ने शव को एंबुलेंस से उतारने से इन्कार कर दिया और विवाद शुरू हो गया। आने वालों को बंधक बनाने की बात भी कही जाने लगी। मृतक के स्वजनों व मायावती, राजकुमारी पत्नी विजय कुमार आदि का आरोप है कि आरोपितों व पुलिसकर्मियों ने वहां लोगों की पिटाई भी की। ग्रामीणों में आक्रोश के कारण दोपहर तक मामला निस्तारित नहीं हो सका। मौके पर पटरंगा पुलिस के साथ किसान नेता दिनेश दुबे पहुंचे व स्वजन को समझाने की कोशिश की। मामले की जानकारी पर रामसनेहीघाट व रुदौली तहसील के एसडीएम व सीओ को भी दी गई। एसडीएम रामसनेहीघाट जितेन्द्र कटियार ने पहुंचकर समझाया, जिसके बाद स्वजन अंतिम संस्कार को राजी हुए हैं। एसडीएम ने बताया कि पीएम रिपोर्ट में हैंगिग आई है, जबकि आरोप हत्या का है। सूरत में घटनास्थल के स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई व कोटवा में परिवारजन के साथ मारपीट करने वालों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराए जाने का आश्वासन दिया गया। साथ ही आर्थिक मदद व भूमि का पट्टा देने का आश्वासन दिया है। स्वजन शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए हैं। रुदौली सीओ भी मौके पर हैं।

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