विसर्जन के दौरान डूबे दो और युवकों के शव बरामद, तलाश जारी
मसौली थाना के सआदतगंज में रविवार को श्री गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान कल्याणी नदी में पांच लोग डूब गए थे। इनमें से मुन्नी का शव रविवार को ही बरामद कर लिया गया था जबकि दो लोगों के शव सोमवार को बरामद किए गए हैं।
बाराबंकी : मसौली थाना के सआदतगंज में रविवार को श्री गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान कल्याणी नदी में पांच लोग डूब गए थे। इनमें से मुन्नी का शव रविवार को ही बरामद कर लिया गया था, जबकि दो लोगों के शव सोमवार को बरामद किए गए हैं। दो लोगों की तलाश अभी जारी है।
एसडीआरएफ और पीएसी की फ्लड टीम सहित स्थानीय गोताखोर ने सोमवार की दोपहर करीब दो बजे पहले धर्मेंद्र कश्यप और करीब एक घंटे बाद नीलेश पटवा का शव भी बरामद कर लिया। अभी नारायण धर पांडेय व सूरज पटवा की तलाश की जा रही है। शव मिलने के बाद परिवारजन में कोहराम मच गया और गांव लोग उन्हें देखने दौड़ पड़े।
देर रात ग्रामीणों संग निगरानी करती रही पुलिस
घटना की रात करीब 11 बजे तक मसौली थाना प्रभारी निरीक्षक सुमित श्रीवास्तव टीम के साथ घटनास्थल पर डटे रहे। जनरेटर की रोशनी में गोताखोर व एसडीआरएफ ने सर्च अभियान चलाया। घटनास्थल से रामपुर पुल तक तीन पुलिस बोट तलाश में लगाई गई थीं। यही टीमें दूसरे दिन भी लगी रहीं। पुत्र का शव देख अचेत हो गए मदन खराब आर्थिक स्थिति में जीवन बसर कर रहे मदन पटवा कस्बे में ही धागा आदि बेचकर परिवार चलाते हैं। प्रतिमा विसर्जन के दौरान मदन पटवा की पत्नी मुन्नी व दो पुत्र नीलेश व सूरज डूब गए थे। मुन्नी का शव रविवार को ही मिल गया था। सोमवार को जब निलेश का शव निकाला गया तो उसे देखकर मदन अचेत हो गए।
कल्याणी नदी में नहाने गया युवक डूबा
बाराबंकी : तासीपुर गांव के निकट कल्याणी नदी के तट पर बुढ़वा बाबा मंदिर में जलाभिषेक को आया व्यक्ति नहाने के दौरान डूब गया। गोताखोरों की मदद से युवक की खोज शुरू की गई, लेकिन उसे नहीं खोजा जा सका है। भानपुर के सहजराम पुत्र स्व. बरसाती लाल सोमवार को बुढ़वा बाबा के जलाभिषेक के लिए आया था। इससे पहले वह कल्याणी नदी में नहाने लगा, जिसमें वह डूब गया। पुलिस ने पहले सिपाही जसवंत की मदद से ढूंढ़ने की कोशिश की।
सफलता न मिलने पर गोताखोरों को बुलाया। गोताखोर जाल डालकर सहजराम की तलाश में जुटे हैं। विधायक सतीश चंद्र शर्मा ने जिलाधिकारी से बात कर राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल(एनडीआरएफ) की मांग की। कपड़े और मोबाइल से चला पता : सोमवार की सुबह सहजराम ने नदी के किनारे कपड़े व मोबाइल रख दिए। उसके बाद घाट की डूबी सीढि़यों से नीचे उतरते हुए नहाने लगे। धीरे-धीरे वो पश्चिम दिशा में चले गए और सीढ़ी से पश्चिम बड़े गड्ढे में डूब गए। कपड़े और मोबाइल से सहजराम के घर का पता चला।