प्रशासन तो कहीं ग्रामीण कर रहे लापरवाही

कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के ²ष्टिगत कहीं प्रशासन तो कहीं ग्रामीण लापरवाह ि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 10:38 PM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 12:05 AM (IST)
प्रशासन तो कहीं ग्रामीण कर रहे लापरवाही
प्रशासन तो कहीं ग्रामीण कर रहे लापरवाही

बाराबंकी : कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के ²ष्टिगत कहीं प्रशासन तो कहीं ग्रामीण लापरवाह दिखा रहे हैं। प्रशासन जहां बैरीकेटिग कराने से लेकर सैनिटाइजेशन व जांच में लापरवाही बरत रहा है वहीं ग्रामीण संक्रमित व्यक्ति के घर आसपास लगाई गई बल्ली हटाने से नहीं चूक रहे। हद तो यह कि यदि कोई जागरूक ग्रामीण इसकी सूचना कंट्रोल रूम नंबर पर या डायल 112 को देता है तो कोई पहुंचता भी नहीं। जागरण टीम ने मंगलवार को पड़ताल की तो ऐसी स्थिति नजर आई। प्रस्तुत है रिपोर्ट..

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शिकायत के बाद मिली किट तो कहीं बैरीकेडिग ही नहीं

दरियाबाद के पहरुपुर गांव में एक हफ्ता पहले एक व्यक्ति संक्रमित पाया गया था। इसके बावजूद सैनिटाइजेशन नहीं कराया गया। ऐसे में संक्रमण बढ़ता गया गांव में अब चार संक्रमित मरीज हो गए हैं। इसी गांव में संक्रमित एक युवती को दवा की किट शिकायत के बाद मिली। एक घर के पास बैरीकेडिग कराई गई थी जिसे ग्रामीणों ने हटा दिया। तेलमा के सुरजवापुर गांव में भी चार लोग और सूरतगंज के रुहेरा गांव में एक परिवार के चार सदस्य संक्रमित मिले हैं। संक्रमित पाए जाने के बाद भी बैरीकेडिग और सैनिटाइजेशन नहीं कराया गया। बनीकोडर के बरुहा व खंता गांव में चार लोग कोरोना संक्रमित हैं। लेखपालों ने मरीजों के घरों के आसपास बैरीकेडिग तो करवा दी, पर सैनिटाइजेशन नहीं कराया गया।

बाहर से मंगानी पड़ीं दवाएं

सूरतगंज के रुहेरा के कोरोना संक्रमित सूरज मिश्रा ने बताया कि एक बार पांच दिन के लिए दवाओं की किट मिली थी। उसके बाद खुद ही दवाएं मंगानी पड़ी। कंट्रोल रूम से फोन तो आते हैं, पर समस्या सुनकर टाल जाते हैं। अपर मुख्य सचिव के दौरे के चलते दो दिन पहले घर के बाहर होम आइसोलेट का पोस्टर चस्पा किया गया। सीएचसी प्रभारी डा.राजर्षि त्रिपाठी ने बताया कि टीम भेजकर कोरोना की जांच कराईं जाएगी। दवाओं की जानकारी टीम से ली जाएगी। ग्रामीणों ने हटा दीं बल्लियां

रामसनेहीघाट : बनीकोडर ब्लाक के टड़िया गांव के राजेंद्र त्रिवेदी ने बताया कि उनके गांव में मरीज संक्रमित होने के बावजूद कुछ नहीं किया गया। निस्कापुर गांव के जैसीराम ने बताया कि गांव में एक दिन स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी दवा देने आया था। इसके बाद कोई नहीं आया। बैरीकेडिग के लिए लगाई गईं बल्लियां ग्रामीणों ने उखाड़ दी है।

नहीं पहुंची टीम : त्रिवेदीगंज ब्लाक के ग्राम जौरास के संजय श्रीवास्तव व रामनरेश ने बताया कि ग्राम पंचायत में कोविड जांच टीम के आने की सूचना पर एक बजे पहुंचे लेकिन टीम का कोई सदस्य नहीं मिला। हालांकि, आशा कार्यकर्ता अनीता का कहना है कि टीम 10 बजे आई थी और एक बजे चली गई।

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