झोपड़ी में रह रही अंकिता का राष्ट्रीय छात्रवृत्ति के लिए चयन

सहायक अध्यापक दिनेश वर्मा ऐसे कई मेधावी बच्चों को पढ़ाया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 12:35 AM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 12:35 AM (IST)
झोपड़ी में रह रही अंकिता का राष्ट्रीय छात्रवृत्ति के लिए चयन
झोपड़ी में रह रही अंकिता का राष्ट्रीय छात्रवृत्ति के लिए चयन

बाराबंकी : हौसला से विपरीत हालत भी अवसर में तब्दील किया जा सकता है। कुछ ऐसी नजीर पेश की है सिद्धौर क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय कोपवा की कक्षा आठ की छात्रा अंकिता ने। अपनी मेधा का प्रदर्शन कर राष्ट्रीय छात्रवृत्ति परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली अंकिता को बारहवीं तक छात्रवृत्ति मिलेगी। उनके पिता नंदकिशोर का भी कहना है कि अब उसकी बेटी आगे भी पढ़ लिख सकेगी।

अंकिता की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है। इनके पिता नंदकिशोर झोपड़ी में परिवार सहित रहते हैं। मजदूरी करके आठ सदस्यीय परिवार का पालन पोषण करते हैं। अंकिता तीन बहन और तीन भाई हैं। इन विपरीत परिस्थितियों में भी अंकिता ने अपना हौसला नहीं खोया और अपनी मेहनत से आगे की पढ़ाई का मार्ग प्रशस्त कर लिया है। तीन नवंबर 2019 में राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना के तहत परीक्षा हुई थी, जिसमें लगभग डेढ़ हजार से अधिक बच्चों ने भाग लिया था। इसमें से बेसिक शिक्षा परिषद की एक ही छात्रा अंकिता बाराबंकी से चयनित हुई। अब इस छात्रा को प्रति माह एक हजार रुपये मिलेंगे। अंकिता को यह छात्रवृत्ति कक्षा 12 तक मिलेगी। अंकिता के चयन के बाद उनका मार्गदर्शन करने वाले शिक्षक दिनेश वर्मा ने घर जाकर परिवारजन को खुशखबरी सुनाई और मिठाई भी खिलाई।

दिनेश की मेहनत से कीर्तिमान गढ़ रहे बच्चे

सहायक अध्यापक दिनेश वर्मा बच्चों को गाइड टीचर के रूप में पढ़ाते हैं। वर्ष 2016 में कक्षा-सात की छात्रा राखी ने जिलास्तरीय वाद विवाद प्रतियोगिता में पहला स्थान हासिल किया था। कक्षा छह की नेहा विज्ञान मॉडल में प्रथम, कक्षा सात की आशा गोला फेंक में जिले में द्वितीय स्थान पर रही। वर्ष 2017 में कक्षा सात की रंजना व नेहा ने राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में गुजरात में प्रतिभाग किया। राष्ट्रीय अविष्कार में विद्यालय के विवेक को 2000 व नेहा को 5000 रुपये का पुरस्कार मिला था।

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