परिवहन के साथ पुलिस ने भी शुरू किया डग्गामारी पर अभियान
डग्गामार बसों के चल रहे अंतरराज्यीय नेटवर्क पर परिवहन विभाग के साथ पुलिस ने भी वार शुरू कर दिया है। दोनों विभाग संयुक्त रूप से डग्गामार बसों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं।
बाराबंकी : डग्गामार बसों के चल रहे अंतरराज्यीय नेटवर्क पर परिवहन विभाग के साथ पुलिस ने भी वार शुरू कर दिया है। दोनों विभाग संयुक्त रूप से डग्गामार बसों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। यह अभियान शनिवार को भी जारी रहा और दस वाहनों का चालन कर दो बसों को सीज किया गया। गौरतलब है कि 27 जुलाई की रात रामसनेहीघाट कोतवाली क्षेत्र में लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर खराब खड़ी बस को पीछे से आ रहे ट्रक ने ठोकर मार दिया था। खराब बस के नीचे, आगे और बगल में सो रहे यात्रियों पर बस चढ़ने से 18 यात्रियों की मौत हो गई थी। यह सभी बिहार के रहने वाले थे और हरियाणा व पंजाब से मजदूरी कर लौट रहे थे। दुर्घटनाग्रस्त बस में करीब 150 यात्री ठूस कर लाए गए थे। इस भीषण हादसे के बाद परिवहन और पुलिस दोनों विभाग ने सक्रियता बढ़ा दी है। पहले दिन चले अभियान में 169 डग्गामार बसों का चालान किया गया था जबकि 12 बसों को सीज किया गया था। दूसरे दिन शनिवार को टोल प्लाजा और हाईवे के मुख्य चौराहों पर एआरटीओ प्रवर्तन राहुल श्रीवास्तव, डा. सर्वेश गौतम और कर अधिकारी उमाशंकर मिश्रा जिले भर में अभियान चलाते रहे। इस दौरान यातायात निरीक्षक अवनीश सिंह भी चेकिग कर चालान करते रहे।
एआरटीओ राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार को शाम पांच बजे तक कुल 10 बसों का चालान किया गया है जबकि दो बसों को सीज कर दिया गया है। यह सभी चालान परमिट शर्तों को उल्लंघन करने पर किया गया है। वहीं टीआइ अवनीश सिंह ने बताया कि डग्गामार बसों का चालान किया जा रहा है। एसपी यमुना प्रसाद ने बताया कि परिवहन विभाग के साथ पुलिस भी अभियान चला रही है। पुलिस के होमवर्क पर नजर : इस भीषण हादसे के बाद पुलिस के आलाधिकारी भी गंभीर हैं। वह जिले की पुलिस से आकड़ा मांग रहे हैँ कि आखिर यातायात और थाना की पुलिस इस दिशा में कितनी कार्रवाई करती रही है। सभी थानों से डग्गामार वाहनों पर की गई कार्रवाई, जुर्माना और सीज आदि का आकड़ा तलब किया गया है। अमूमन इस कार्रवाई से किनारा कसने वाली पुलिस में आकड़ा देने को लेकर हलचल मची हुई है।