लाल निशान के करीब पहुंचकर फिर घटा सरयू का जलस्तर
सरयू नदी का जलस्तर मंगलवार की दोपहर 12 बजे खतरे के निशान 106.070 मीटर के निकट यानि 106.006 मीटर तक पहुंचने के बाद स्थिर हो गया। इसके कुछ देर पर जलस्तर धीरे-धीरे घटने लगा जो शाम सात बजे तक 105.980 मीटर रहा। इससे लोगों ने राहत की सांस ली।
बाराबंकी : सरयू नदी का जलस्तर मंगलवार की दोपहर 12 बजे खतरे के निशान 106.070 मीटर के निकट यानि 106.006 मीटर तक पहुंचने के बाद स्थिर हो गया। इसके कुछ देर पर जलस्तर धीरे-धीरे घटने लगा जो शाम सात बजे तक 105.980 मीटर रहा। इससे लोगों ने राहत की सांस ली।
सोमवार को करीब एक लाख 60 हजार क्यूसिक पानी नदी में शारदा बैराज से छोड़ा गया था जो धीरे-धीरे पास हो रहा है। जलस्तर घटने से अनुरक्षण कार्य में भी मदद मिलेगी।
बाढ़ कार्य खंड के अधीक्षण अभियंता संतोष कुमार सिंह ने अधिशासी अभियंता शशिकांत सिंह के साथ सिरौलीगौसपुर के ग्राम तेलवारी व हाता पंसारा में बाढ़ से बचाव के लिए कराए गए कार्यों का अवलोकन किया। तेलवारी में बाढ़ का पानी आने से पहले बाढ़ से बचाव के लिए जो काम किया गया था, वह भी धंस गया है। अधीक्षण अभियंता ने जलस्तर घटने पर कराए गए कार्य को और मजबूत करने के निर्देश दिए। वहीं, रामनगर के कोरिनपुरवा में नदी की कटान से गांव को बचाने के लिए किए जा रहे अनुरक्षण कार्य को एसडीएम राजीव कुमार शुक्ल ने देखा। कोरिनपुरवा के अलावा मल्लाहनपुरवा के पूरब दिशा में नदी कटान कर रही है। एसडीएम के साथ तहसीलदार सुरेंद्र कुमार भी मौजूद रहे। एसडीएम ने हल्का लेखपाल व राजस्व निरीक्षक सहित अन्य संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देशित किया वह निरंतर ग्रामीणों के संपर्क में रहे। किसी भी तरह की समस्या आने पर तत्काल सूचित करें।
वहीं गनेशपुर-चहलारी घाट तटबंध पर सीतापुर जिले के सीमावर्ती गांव अखरी के निकट कटान रोकने के लिए बाढ़ कार्य खंड के अधिकारी-कर्मचारी मंगलवार को भी जुटे रहे। सहायक अभियंता संजीव उपाध्याय ने बताया कि जलस्तर घटने से स्थिति सामान्य है।