हनुमान व जामवंत की भूमिका निभाएं कार्यकर्ता
जागरण संवाददाता बांदा भाजपा प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य
जागरण संवाददाता, बांदा : भाजपा प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने जिला पंचायत सभागार में संयुक्त रूप से कार्यकर्ताओं संग बैठक की। कहा कि आज सत्ता और संगठन दोनों साथ हैं, सिस्टम के तहत ही काम करें, हर क्षेत्र में विजय निश्चित है। कार्यकर्ताओं को हनुमान और जामवंत की भूमिका निभाने की नसीहत देकर पंचायत चुनाव में जीत का मंत्र दिया गया।
लोकार्पण व शिलान्यास के साथ ही सत्ता और संगठन ने कार्यकर्ताओं के अंदर नई ऊर्जा का संचार किया। संयुक्त बैठक में जिला पंचायत चुनाव से जुड़े पदाधिकारी व विधायक-सांसद मौजूद रहे।
आने वाले अच्छे दिनों के लिए काम करे आज की पीढ़ी
कहा गया कि जिस प्रकार पुरानी पीढ़ी ने आज की भाजपा बनाने का काम किया है, उसी प्रकार आज की पीढ़ा का दायित्व है कि आने वाले अच्छे दिनों के लिए पार्टी का कार्य संगठित रूप से करें। जो लोग पार्टी स्तर पर कार्य कर रहे हैं, उन्हें तो हनुमान की भूमिका अदा करनी है और शक्तिशाली होने का दायित्व निभाना है। जो वरिष्ठ हैं, उनको जामवंत की की तरह बुद्धिमान बनकर कार्य करना होगा।
महत्वपूर्ण है पंचायत चुनाव, करना है फतह
कहा गया कि पंचायत चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। विपक्ष के पास विकास, विजन व एजेंडा कुछ भी नहीं है। हमारे पास केंद्र व प्रदेश सरकार की महती योजनाएं हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ाकर पंचायत प्रतिनिधि बनाकर समायोजन करना चाहती है। विधायक व सांसद की संख्या निश्चित है, अब पंचायत प्रतिनिधि बनाना है। लीडरशिप खड़ी करने के लिए पंचायत चुनाव हैं, आने वाले दिनों में पंचायत चुनाव महत्वपूर्ण हैं। सिस्टम को फालो करें, सभी के काम होंगे। पंचायत चुनाव में आरक्षण व्यवस्था होने के चलते हम सभी वर्गों से जुड़ेंगे।
पहले था शहरी पार्टी का तमगा, अब कर चुके ग्रामीण इलाकों में प्रवेश
संगठन महामंत्री सुनील बंसल कार्यकर्ताओं को संगठन के कामकाज व तरीके से भलीभांति समझा गए। कहा गया कि पहले भाजपा पर शहरी पार्टी का तमगा था, आज हम ग्रामीण इलाकों तक प्रवेश कर चुके हैं। जम्मू हो या हैदराबाद, हर जगह निकाय चुनाव में भाजपा ने दस्तक दी है और अपनी बेहतर उपस्थिति दर्ज कराते हुए बाजी मारी है। आज का प्रधान बीस साल बाद विधायक सांसद होगा। नेता बनना है तो चुनाव लड़ें और जीत दर्ज करें। कहने को विधान सभा चुनाव 2022 में हैं, आप 2021 को ही विस चुनाव मानते हुए जुट जाएं और अपने बलबूते सरकार बनानी है। पंचायत चुनाव में फतह बहुत जरूरी है।